उत्तराखंड हाईकोर्ट में शीतकालीन अवकाश घोषित हो गया है. जिसके बाद अब हाईकोर्ट 12 फरवरी को खुलेगा. हालांकि अवकाश की अवधि में रजिस्ट्री ऑफिस खुला रहेगा, हाईकोर्ट के वार्षिक कलेंडर में 15 जनवरी से 11 फरवरी तक शीतकालीन अवकाश निर्धारित है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज तिवारी के आदेश पर शीतकालीन अवकाश अवधि में महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई के लिये वेकेशन जज मनोनीत किये गए हैं। जिसके तहत 15 से 21 जनवरी तक न्यायमूर्ति आलोक वर्मा, 22 से 28 जनवरी तक न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा, 29 जनवरी से 4 फरवरी तक न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल और 5 फरवरी से 11 फरवरी तक न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेंगे।
बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड हाईकोर्ट ने प्रवक्ता और सहायक अध्यापक एलटी ग्रेड के वेतन से रिकवरी करने के शिक्षा विभाग के 6 सितंबर 2019 के आदेश को रद्द कर दिया है. मामले की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ में हुई. साथ ही उत्तराखंड हाईकोर्ट ने रामनगर के एकमात्र खेल मैदान में लगाई जा रही नुमाइश के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की. मामले को सुनने के बाद कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की खंडपीठ ने मैदान में भजन संध्या की अनुमति नहीं देते हुए प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया है।
इसके अलावा कोर्ट में प्रदेश के 13 जिलों में से 11 जिलों में जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्षों व सदस्यों की कमी के खिलाफ स्वतः संज्ञान लिए जाने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई की. मामले की सुनवाई करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी व न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की खंडपीठ ने यूकेएसएससी से 20 जनवरी तक विज्ञप्ति जारी करने और चार माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया संपन्न कराकर अपनी संस्तुति सरकार को देने के निर्देश दिए हैं।