
चंपावत: विश्व प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्रीरीठासाहिब में 9 से 11 जून तक आयोजित होने वाले सालाना जोड़ मेले के लिए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है। तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने विशेष तैयारियां की हैं।





पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार सुरक्षा के मद्देनज़र लोहाघाट से आगे 32 सीटर से बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। साथ ही, कैंटर और अन्य भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। सूखीढांग से श्रीरीठासाहिब के बीच केवल दोपहिया और छोटे चौपहिया वाहन ही संचालित होंगे, जबकि बाकी वाहन ललुआपानी होते हुए खेतीखान की ओर से मार्ग तय करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था के तहत सूखीढांग में चेक पोस्ट और बूदुम व खेतीखान में अस्थायी पुलिस चौकियाँ स्थापित की जा रही हैं। सभी वाहनों की पार्किंग गुरुद्वारा के नदी पार परेवा (कलोता) स्थल पर की जाएगी।
मेले के दौरान स्नान घाट पर जल पुलिस और एसडीआरएफ की विशेष तैनाती की गई है। ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए ट्रैफिक इंस्पेक्टर को क्रेन और अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। इस बार पीएसी की दो प्लाटून भी मेले में तैनात की गई हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मेले के प्रभारी सीओ एसएस राणा होंगे, जबकि रीठासाहिब के थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट समन्वय की भूमिका निभाएंगे। 150 से अधिक पुलिसकर्मी, होमगार्ड और खुफिया एजेंसियों के जवान वर्दी और सादी वर्दी में हर कोने पर तैनात रहेंगे।
हालांकि मेला 9 जून से शुरू होगा, लेकिन श्रद्धालुओं का आना पहले से ही शुरू हो चुका है। पुलिस अधीक्षक ने सभी पुलिसकर्मियों से अपील की है कि वे श्रद्धालुओं के साथ मेहमानों जैसा व्यवहार करें और उत्तराखंड की बेहतरीन पुलिसिंग का उदाहरण प्रस्तुत करें, ताकि तीर्थयात्री इस अनुभव को यादगार बनाकर अपने साथ ले जाएं और अन्य श्रद्धालुओं को भी यहां आने के लिए प्रेरित करें।