
उधम सिंह नगर के एक गेस्ट हाउस में पीएचडी स्कॉलर की आपत्तिजनक वीडियो चोरी-छिपे बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर देहरादून में जीरो एफआईआर दर्ज कर केस पंतनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया है। अब पंतनगर पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।





बीती 2 जनवरी को शोध कार्य के लिए 3 महिला पीएचडी स्कॉलर समेत 5 लोगों की टीम पंतनगर आई थी। सभी एक गेस्ट हाउस में रुके थे। 3 जनवरी को शाम करीब 6:30 बजे, जब एक छात्रा वॉशरूम में थी, तो उसने वेंटिलेशन खिड़की के पास एक व्यक्ति को मोबाइल से वीडियो बनाते हुए देखा। छात्रा ने शोर मचाया, जिससे अन्य छात्राएं बाहर आ गईं।
छात्राओं ने देखा कि वेंटिलेशन के पास एक स्टूल रखा था, जिससे वॉशरूम के अंदर देखा जा सकता था। जब उन्होंने गेस्ट हाउस के कर्मचारियों से शिकायत की, तो उन्हें बताया गया कि वहां सिर्फ एक परिवार ही रुका है।
छात्राओं ने जब परिवार से पूछताछ की, तो वहां मौजूद महिला ने कहा कि उनका बेटा बाहर गया है। लेकिन जब छात्राओं ने उसके फोन की गैलरी चेक की, तो उसमें उनकी आपत्तिजनक वीडियो मिलीं। पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन आरोप है कि दबाव डालकर मोबाइल को फॉर्मेट करवा दिया गया और छात्राओं से कोई कार्रवाई न करने की लिखित सहमति भी ली गई।
इस घटना के बाद पीड़िता मानसिक रूप से परेशान रहने लगी और 7 जनवरी को देहरादून कैंट थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद देहरादून पुलिस ने केस दर्ज कर पंतनगर पुलिस को जांच के लिए ट्रांसफर कर दिया है।
फिलहाल, पंतनगर पुलिस इस मामले की बारीकी से जांच कर रही है। क्या आरोपी पर सख्त कार्रवाई होगी? क्या पीड़िताओं को न्याय मिलेगा?