*नाबालिक बच्ची के अपहरण मामले में कोर्ट ने सुनाया आरोपी को कठोर कारावास, जानें पूरा मामला।*

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रूद्रपुर:- बदनियती से नाबालिग लड़की का अपहरण करने वाले को पॉस्को न्यायाधीश अश्वनी गौड़ ने 4 वर्ष के कठोर कारावास और 20 हज़ार रुपये जुर्माने की सज़ा सुना दी ।विशेष लोक अभियोजक विकास गुप्ता ने बताया कि सितारगंज थाने में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 10-11-2022 को उसकी 10 वर्षीय नाबालिग पुत्री बुआ के घर गई थी।शाम को जब लड़की घर वापिस आ रही थी तो रास्ते में खड़े ग्राम पडरी थाना सितारगंज निवासी हरचरन सिंह उर्फ़ चन्नी पुत्र सरदूल सिंह ने बदनियति से उसका अपहरण कर लिया और उसका मुँह दबाकर निकटतम स्कूल में ले गया ।इधर एक घंटे से परिजन लड़की को ढूँढ रहे थे जैसे ही वह लोग स्कूल के पास पहुँचे तो उनकी भाभी ने चन्नी को स्कूल से निकल कर भागते देखा,उन्होंने अन्दर जाकर देखा तो पुत्री को एक कोने में खड़ी रोते देखा जिसने पूछने पर बताया कि उसके शोर मचाने पर आरोपी डर कर भाग गया ।पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अगले ही दिन आरोपी को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया जिसके विरुद्ध पॉस्को न्यायाधीश अश्वनी गौड़ की कोर्ट में मुक़दमा चला जिसमें विशेष लोक अभियोजक विकास गुप्ता ने 6 गवाह पेश कर आरोप सिद्ध कर दिया जिसके बाद आज शुक्रवार को न्यायाधीश अश्वनी गौड़ ने आरोपी को धारा 363 आईपीसी के तहत तीन वर्ष के कठोर कारावास और पाँच हज़ार रुपये जुर्माने की,धारा 366 आईपीसी के तहत चार वर्ष के कठोर कारावास और दस हज़ार रुपये जुर्माने की तथा धारा 16/17 पॉस्को एक्ट के तहत तीन वर्ष के कठोर कारावास और पाँच हज़ार रुपये जुर्माने की सज़ा सुना दी साथ ही कहा कि जुर्माने की धनराशि में से पन्द्रह हज़ार रुपये पीड़िता को प्रतिकर के रूप में दिये जायें.

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