
दो बार की हार के बाद क्या इस बार नाराज 7-जी टीम बिगड़ेगी तिलकराज बेहड़ का खेला।





राजीव चावला/ एडिटर
किच्छा। 2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री रहते हुए किच्छा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे हरीश रावत को हार का सामना करना पड़ा था और राजेश शुक्ला किच्छा विधानसभा सीट से दूसरी बार उत्तराखंड की विधानसभा भवन पहुंचे थे हालांकि इस विधानसभा सीट पर हुए चुनाव को लेकर किसी ने यह सोचा नहीं था कि मुख्यमंत्री रहते हरीश रावत किच्छा सीट से चुनाव हारेंगे।
सूत्र बताते हैं कि हरीश रावत को किसी और ने नहीं बल्कि किच्छा के ही स्थानीय नेताओं ने बाहरी नेता होने और भितरघात करते हुए चुनाव हराया था वहीं रुद्रपुर विधानसभा सीट को छोड़कर तिलकराज बेहड़ किच्छा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए हैं और मैदान में उतारे गए हैं हालांकि 7-जी के तौर पर काम करने वाले विरोधियों ने शुरू से ही तिलकराज बेहड़ के खिलाफ विरोध के सुर अलापे हैं सूत्र ये भी बताते हैं कि तिलक राज बेहड़ की राह में ये 7जी विरोधी कांग्रेसी नेता रोड़ा बन कर उभर सकते हैं।
तिलक राज बेहड़ के टिकट की घोषणा होने के बाद से ही लगातार किच्छा के स्थानीय कांग्रेसी नेता यह भी आरोप लगा रहे हैं कि तिलकराज बेहड़ रूपयो के दम पर टिकट लेकर आए है यही नहीं कांग्रेसी नेता हरीश पनेरु ने तो यह तक कहा है कि वह मीडिया के सामने जल्द ऑडियो और वीडियो के साथ यह खुलासा करेंगे कि कैसे सेटिंग कटिंग के तहत किच्छा विधानसभा के टिकट का खेला हुआ है।
अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत को कड़ी हार मिलने के बाद कांग्रेस से प्रत्याशी बने तिलकराज बेहड़ की कैसे किच्छा विधानसभा सीट से नैया पार होती है।