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उत्तराखंड में तीन बीजेपी विधायकों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम से फर्जी कॉल किए गए। इन कॉल्स में विधायकों को मंत्री बनाए जाने का झांसा दिया गया और पार्टी फंड के नाम पर पैसों की मांग की गई। एक विधायक से तो करीब तीन करोड़ रुपये मांगे गए। जब विधायकों को शक हुआ और जांच की गई, तब यह फर्जीवाड़ा सामने आया। तीनों मामलों में पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिए हैं।

पहला मामला – रानीपुर विधायक आदेश चौहान

हरिद्वार जिले की रानीपुर विधानसभा से बीजेपी विधायक आदेश चौहान को फोन कर मंत्री बनाए जाने की बात कही गई और पैसे की मांग की गई। शक होने पर विधायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया।

दूसरा मामला – नैनीताल विधायक सरिता आर्य

नैनीताल से बीजेपी विधायक सरिता आर्य को भी 13 फरवरी को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को जय शाह बताया और कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा मणिपुर में व्यस्त हैं, इसलिए उत्तराखंड के फैसले लेने की जिम्मेदारी उसे दी गई है।

उस व्यक्ति ने कहा कि 14 फरवरी को अमित शाह हल्द्वानी आ रहे हैं, लेकिन उससे पहले विधायक को दिल्ली आकर पार्टी फंड जमा करने और फिर बैठक में शामिल होने को कहा गया। सरिता आर्य को शक हुआ और उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद उनके जनसंपर्क अधिकारी ने तल्लीताल थाने में तहरीर दी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

तीसरा मामला – रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा

रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा को भी 13 फरवरी को इसी तरह का फर्जी कॉल आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को गृह मंत्री अमित शाह का बेटा बताते हुए कहा कि उत्तराखंड में तीन नए मंत्री बनाए जाने हैं, जिनमें उनका नाम शामिल है।

इसके बाद उस व्यक्ति ने 14 फरवरी को दिल्ली पहुंचने और पार्टी फंड देने की बात कही। विधायक को शक हुआ, तो उन्होंने कॉल को टाल दिया, लेकिन कथित व्यक्ति ने कई बार मिस कॉल किए। जब उन्हें यकीन हो गया कि यह एक ठगी का मामला है, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस ने दर्ज किए मुकदमे

तीनों मामलों में पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी और साइबर अपराध से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि फर्जी कॉल किसने किए, उनका उद्देश्य क्या था और इस गैंग के पीछे कौन लोग हैं।

साइबर ठगी का नया तरीका

यह घटना दिखाती है कि ठग अब बड़े राजनीतिक नामों का इस्तेमाल कर ठगी करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे मामलों से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। पुलिस भी जनता और नेताओं से अपील कर रही है कि इस तरह के फोन कॉल आने पर तुरंत साइबर सेल या स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाएं।

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