देहरादून। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने नकली दवाइयों के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए एक बड़े गिरोह के सरगना को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपी नवीन बंसल देश के कई राज्यों में ब्रांडेड दवा कंपनियों के नाम से नकली दवाएं बनवाकर उन्हें बाजार में बेचता था।
एसटीएफ ने इससे पहले गिरोह के एक सदस्य संतोष कुमार को देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। उसके पास से भारी मात्रा में नकली आउटर बॉक्स, लेबल, क्यूआर कोड और दवा कंपनियों के नाम वाले रैपर बरामद किए गए थे। पूछताछ में संतोष ने खुलासा किया कि वह ये सामग्री राजस्थान निवासी अक्षय उर्फ नवीन बंसल को भेजता था।
जांच में सामने आया कि नवीन बंसल भिवाड़ी (राजस्थान) में रहकर फर्जी पहचान से काम कर रहा था। वह देहरादून, हिमाचल, चंडीगढ़ और अन्य राज्यों में दवाओं की पैकेजिंग करवा कर नकली दवाएं तैयार करता था और उन्हें दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों में सप्लाई करता था।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपी के कब्जे से कई फर्जी फर्मों की जानकारी मिली है, जिनके जरिए वह यह गैरकानूनी कारोबार चला रहा था। बताया गया कि आरोपी टैक्स चोरी कर भारी मुनाफा कमाता था। आरोपी के खिलाफ वर्ष 2018 में भी दिल्ली क्राइम ब्रांच ने नकली दवाओं की फैक्ट्री पकड़ने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था।
फिलहाल एसटीएफ आरोपी से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों और राज्यों में फैले नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है। नकली दवाओं के इस जाल को लेकर अन्य राज्यों की एजेंसियों से भी संपर्क किया जा रहा है।