देहरादून: महंगे दामों पर कॉपी-किताबें बेचने और स्कूलों की मिलीभगत से अभिभावकों को अनावश्यक परेशान करने की शिकायतों पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाया है। डीएम बंसल के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट और तीन एसडीएम की चार टीमों ने शहर के विभिन्न पुस्तक विक्रेताओं पर छापेमारी की। इस दौरान कई दुकानों में अनियमितताएं पाई गईं, जिसके चलते संबंधित दुकानों की बिल बुक जब्त कर ली गई और तीन दुकानों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई।
तीन प्रमुख दुकानों पर छापा
प्रशासनिक टीम ने सुभाष रोड स्थित ब्रदर पुस्तक भंडार, डिस्पेंसरी रोड स्थित नेशनल बुक डिपो और राजपुर रोड स्थित यूनिवर्सल बुक डिपो पर छापेमारी की। इस दौरान दुकानों पर जीएसटी चोरी, बिना बिल के बिक्री, अधिक दाम पर किताबें बेचने और बिना बारकोडिंग के किताबें बेचने जैसी अनियमितताएं पाई गईं।
कार्रवाई के मुख्य बिंदु:
- यूनिवर्सल बुक हाउस की सभी बिल बुक सीज की गईं।
- बिना बारकोडिंग वाली किताबें जब्त की गईं।
- जीएसटी की गड़बड़ी पर एसजीएसटी जांच शुरू कराई गई।
- जांच पूरी होने तक संबंधित दुकानें संचालित नहीं होंगी।
अभिभावकों की शिकायत पर हुई कार्रवाई
बीते कुछ दिनों से अभिभावकों द्वारा शिकायतें मिल रही थीं कि स्कूल प्रबंधन विशेष दुकानों से किताबें खरीदने का दबाव बना रहे हैं और दुकानदार मनमाने दाम वसूल रहे हैं। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी सविन बंसल का बयान:
“छापेमारी में मूल्य से अधिक कीमत पर किताबें बेचने, बिना बिल बिक्री और टैक्स चोरी जैसी गड़बड़ियां सामने आई हैं। ब्रदर पुस्तक भंडार, नेशनल बुक डिपो और यूनिवर्सल बुक डिपो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर बिल बुक व स्टॉक रजिस्टर सीज कर दिए गए हैं।”
प्रशासन की इस कार्रवाई से किताब विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि स्कूलों और दुकानों की मिलीभगत से अभिभावकों को आर्थिक रूप से परेशान करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।