
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड और भारत के वांटेड आतंकी गोल्डी बराड़ का ऑडियो सामने आया है, जिसमें उसने मूसेवाला परिवार को कांग्रेस एजेंट बताया है। उसने सिद्धू मूसेवाला को सिख विरोधी भी बताया। पूरे ऑडियो में जहां उसने मूसेवाला के बारे में खुलकर बात की, वहीं कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में उसके शामिल होने की चर्चाओं पर पर्दा डालने की कोशिश की। इस संबंध में उसने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। न ही गोल्डी बराड़ ने बताया कि करण बराड़ से उसकी कितनी नजदीकियां हैं? करण बराड़ खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह V निज्जर की हत्या में गिरफ्तार मुख्य आरोपियों में से एक है। निज्जर की हत्या में गोल्डी का हाथ होने की खबरों के बाद उसका यह ऑडियो सामने आया है।





गोल्डी बराड़ ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि मूसेवाला पंथक सोच वाला था उसका पिता बलकौर सिद्धू लोगों को मिसगाइड कर रहा है। लेकिन मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि जो सोच मूसेवाला की थी, वही उसके पिता बलकौर की है। उन्होंने सिर्फ कांग्रेस को ही वोट दिया है। 1984 सहित कई सिखों के साथ बेइंसाफी के मामले आए हैं लेकिन बलकौर सिद्धू हमेशा कांग्रेस के साथ हैं। अगर लोग उन्हें शहीद का परिवार कहना चाहते हैं तो ये लोगों की मर्जी है। लेकिन ऐसा कहकर कृपया शहीदों की बेइज्जती न की जाए, गोल्डी बराड़ ने सिद्धू के राजनीति में कदम रखने की बात याद दिलाते हुए कहा कि जब उसने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी तो उसक दफ्तर के उद्घाटन के समय बेअंत सिंह पोता रवनीत बिट्टू वहां पर पहुंचा था, जिसकी तस्वीर आज भी सोशल मीडिया पर मिल जाएगी। सिद्धू मूसेवाला को शहीद कैसे कह सकते हो। ये हमेशा पंथ के उलट चला है। 5 जून को संत भिंडरावाला की बरसी होती है लेकिन मूसेवाला दिल्ली में शो करने चला था। इस दिन तो कोई जन्मदिन भी नहीं मनाता है। ऐसा शो कौम के लिए शर्म की बात है क्योंकि इस शो में पहुंचने वाले हजारों की संख्या में लड़के-लड़िकयां शराब पीकर नाचते रहे।
बराड़ ने कहा कि लोगों ने भी इसका विरोध किया, लेकिन मूसेवाला ने कहा था कि उसका शो पहले से बुक हो गया था, तो क्या अब वह भूखे मार जाए। इसी वजह से शायद सिद्धू मूसेवाला की मौत आई। गोल्डी बराड़ ने कहा कि परमात्मा ने मूसेवाला को बहुत कुछ दिया था लेकिन उसे सब्र नहीं था। अगर सिद्धू मूसेवाला 29 मई को नहीं मरता तो 5 जून होने वाले उस शो में कौम की काफी बदनामी होती। इसी वजह से उसकी मौत आई।
ऑडियो में गोल्डी बराड़ ने अपनी जिंदगी के बारे में भी बात की है। उसने कहा कि उसके पास कोई रास्ता नहीं था। एक समय वह 40- 40 घंटे ट्रक चलाता था और उस समय वह लोगों के बीच अच्छा था। लेकिन, कुछ नशेड़ियों ने उसे गलत करार दे दिया। गोल्डी ने आगे कहा कि आज तक उसने किसी का भी हक नहीं मारा है। 12 अक्तूबर, 2020 को उसके भाई की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद वह गलत रास्ते पर चल पड़ा।
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले की जांच कर रही कनाडाई एजेंसियों ने दावा किया कि निज्जर की हत्या में भारतीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की संलिप्तता है। करण बराड़ गोल्डी बराड़ का करीबी है। आमतौर पर गोल्डी बराड़ फेसबुक पर पोस्ट करता है, लेकिन इस बार उसने ऑडियो जारी किया है। इसमें गोल्डी बराड़ ने खुद को एक बड़ा सिख समर्थक होने का दावा किया है।
पिछले साल कनाडा में मारे गए खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए गए 4 आरोपियों में से एक फरीदकोट के कोटकपूरा शहर का निवासी है। यह आरोपी लगभग साढ़े 4 साल पहले स्टडी वीजा पर कनाडा गया था। करण कोटकपूरा शहर का निवासी है।
कनाडा पुलिस के अनुसार, इन तीनों का संबंध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के ग्रुप से है। करण बराड़ लगभग साढ़े चार साल पहले 12वीं की पढ़ाई करने के बाद स्टडी वीजा पर कनाडा गया था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कई मौकों पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगा चुके हैं।