*UdhamSinghNagar” 16 फरवरी को आंदोलन के समर्थन में कृषि कार्य नहीं करेंगे किसान…*

Share the news

जसपुर। किसान आंदोलन के समर्थन में किसानों ने शुक्रवार 16 फरवरी को कृषि कार्य नहीं करने का निर्णय लिया है। भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने मंगलवार को बैठक कर केंद्र सरकार से पूर्व में किसान आंदोलन के समय किए गए समझौते की मांगों को पूरा करने की मांग की। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार ने अगर मांगों नहीं मानी और किसानों का उत्पीड़न नहीं रुका तो वह दिल्ली कूच करेंगे।

कृषि उत्पादन मंडी समिति प्रांगण में हुई बैठक में भाकियू के सदस्यों ने कहा कि किसान आंदोलन के समय केंद्र सरकार ने समझौता वार्ता में एमएसपी पर गारंटी का कानून बनाने, स्वामीनाथन की रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू करने, धान की फसल की पुआल को प्रदूषण से बाहर रखने, किसानों का पूर्ण कर्ज माफ करने सहित अन्य मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद सरकार ने किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया। इसके कारण एक बार फिर आंदोलन के लिए मजबूर हैं। यहां दर्शन सिंह, दीदार सिंह, मुख्तियार सिंह, सुखबीर सिंह भुल्लर, चौधरी किशन सिंह, जगजीत सिंह, हरदेव सिंह आदि उपस्थित रहे।

ट्यूबवेक के काटे गए कनेक्शन जोड़ने की मांग

बैठक में किसानों ने प्रदेश सरकार से ट्यूबवेल के बिजली के बिल फ्री करने और अधिशासी अभियंता से बिलों को ठीक करने, कनेक्शन नहीं काटने और कांटे कनेक्शन को जोड़ने की मांग की। इस पर ऊर्जा निगम के ईई बीके सक्सेना ने कहा कि किसानों के ट्यूबवेल के बिल जो गलत हो गए हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है। क्षेत्र के किसान ट्यूबवेल का बिल समय से जमा कर विद्युत विभाग का सहयोग करें।

संयुक्त मोर्चे के निर्देश तक दिल्ली कूच नहीं

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सहोता ने कहा कि 16 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद का समर्थन कर किसान अपने घर पर रहेंगे। कृषि कार्य नहीं करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा का निर्देश आने तक अभी दिल्ली कूच नहीं करेंगे। किसानों का उत्पीड़न बंद कर केंद्र सरकार समझौता में मानी गई मांगों को पूरा करे।

केंद्र सरकार ने समझौते की शर्तों को पूरा नहीं किया

भाकियू युवा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह ढिल्लो और भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष अमनप्रीत सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने समझौते की शर्तों को पूरा नहीं किया। किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंके जा रहे हैं। अगर मांगों को पूरा नहीं किया और उत्पीड़न नहीं रुका तो संयुक्त किसान मोर्चा का निर्देश मिलते ही किसान कूच करेंगे।

16 फरवरी के बाद बनेगी रणनीति

बाजपुर। भूमि बचाओ मुहिम संयोजक किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर 16 फरवरी ग्रामीण भारत बंद का एलान किया गया। भारत बंद के बाद तराई के किसान रूपरेखा बनाकर दिल्ली आंदोलन में जा सकते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *