
ऊधमसिंह नगर और नैनीताल में जरबेरा सहित छह प्रजातियों के फूलों की खेती करने वाले उत्पादकों को मंडी परिषद रुद्रपुर में ही दिल्ली के दाम दिलाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए मंडी परिषद की ओर से दिल्ली के छह बड़े फूल कारोबारियों से संपर्क किया गया है और जल्द इन कारोबारियों से मंडी परिषद अनुबंध करने जा रहा है।





दरअसल दोनों जिले में पॉलीहाउस में जरबेरा, गुलाब,लिलियम, डेजी और खुले खेतों में गेंदा, ग्लेडियोलस की खेती की जा जाती है। लेकिन फूल मंडी नहीं होने से उत्पादक फूलों को दिल्ली सहित अन्य जगहों पर बेचते हैं। इसके चलते समय के साथ ही खर्च अधिक होता है। बताया गया कि इस संबंध में मंडी परिषद दिल्ली के कारोबारियों से अनुबंध करेगा और मल्टी ग्रेन प्रोसेसिंग यूनिट के पास स्थित सीए स्टोर में उत्पादकों की ओर से लाए गए फूल रखे जाएंगे। इसके लिए मंडी परिषद अपनी कूलिंग वैन भी देगा।
दिल्ली के छह बड़े फूल कारोबारियों के साथ जल्द अनुबंध किया जाएगा। कारोबारियों को सामान्य शुल्क पर सीए स्टोर दिया जाएगा। प्रयोग सफल रहा तो सीए स्टोर का पीपीपी मोड पर संचालन किया जाएगा। कारोबारी दिल्ली के दाम पर रुद्रपुर में ही उत्पादकों से फूल खरीदकर ले जाएंगे। – बीएस चलाल, प्रबंध निदेशक, मंडी परिषद
जिले में 29 हजार वर्गमीटर में हैं पॉलीहाउस
रुद्रपुर जिले में बड़े पैमाने पर फूलों की खेती की जा रही है। उद्यान विभाग के अनुसार साढ़े छब्बीस हजार वर्ग मीटर में पॉलीहाउस, शेडनेट में 2500 वर्ग मीटर और 24 हेक्टेयर में खुले खेतों मेें फूलों की खेती की जा रही है। इनमें जरबेरा 21 हजार वर्ग मीटर, गुलाब चार हजार, लिलियम 2500 वर्ग मीटर शेडनेट, डेजी 1500 मीटर पाॅलीहाउस और शेडनेट में उगाया जा रहा है। इसके अलावा 14 हेक्टेयर में ग्लेडियोलस और 10 हेक्टेयर में फूलों की खेती की जा रही है।