
रुद्रपुर।





एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में उधम सिंह नगर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरराज्यीय साइबर ठगी रैकेट के मास्टरमाइंड शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी 29 मई 2025 को रुद्रपुर कोतवाली में दर्ज साइबर धोखाधड़ी के मामले में की गई है, जिसमें एक व्यक्ति के पेटीएम खाते से ₹54,999 की अवैध निकासी की गई थी।
पहले ही पकड़े जा चुके हैं छह आरोपी
इस मामले में पुलिस पहले ही बरेली, यूपी से छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इनमें प्रशांत, विजय, आकाश, मोहित, विशाल और अंकुर शामिल हैं। मुख्य आरोपी शैलेंद्र सहित तीन अन्य फरार थे।
सोशल मीडिया बना गिरफ्तारी की कुंजी
कोतवाली पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने अत्याधुनिक तकनीकों और सोशल मीडिया की गहन निगरानी के माध्यम से अभियुक्त की लोकेशन ट्रेस की। इंस्टाग्राम प्रोफाइल खंगालने के बाद ग्वालियर कनेक्शन सामने आया, जहां से वह लगातार अपनी महंगी गाड़ियों और शोरूम्स की तस्वीरें पोस्ट कर रहा था।
गाड़ियों से जुड़े सुराग और ग्वालियर लिंक
अभियुक्त की पोस्ट की गईं तस्वीरों में दिख रही गाड़ियों की जांच से पता चला कि ये सभी वाहन अलग-अलग नामों से पंजीकृत थे, लेकिन सभी का कनेक्शन ग्वालियर से जुड़ रहा था। एक गाड़ी शैलेंद्र के नाम पर थाटीपुर, ग्वालियर से पंजीकृत भी मिली।
ग्वालियर से बरेली तक पीछा, रामपुर रोड से दबोचा गया शातिर आरोपी
ग्वालियर में रेकी के बाद पुलिस को पता चला कि शैलेंद्र भागकर बरेली पहुंच गया है। 11 जून को मुखबिर की सूचना पर रामपुर रोड स्थित आर्क होटल के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अंतरराज्यीय नेटवर्क का हो सकता है बड़ा खुलासा
जांच में सामने आया कि शैलेंद्र के खातों से हिमाचल प्रदेश और हैदराबाद में भी धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हैं। इससे यह स्पष्ट है कि आरोपी लंबे समय से अंतरराज्यीय साइबर रैकेट का संचालन कर रहा था।
एसएसपी बोले: साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसना जारी रहेगा
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि यह गिरफ्तारी पुलिस की सायबर अपराध के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का हिस्सा है। पुलिस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों और इनके नेटवर्क की जांच में जुटी है।
पुलिस की अपील: सतर्क रहें, जागरूक रहें
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी कॉल, मैसेज या लिंक के जरिए अपने बैंक डिटेल, पासवर्ड या OTP किसी के साथ साझा न करें। किसी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत नजदीकी थाने में सूचना दें।