मंगलवार को रुद्रपुर में प्रेस वार्ता के दौरान विधायक बेहड़ ने यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) पर गंभीर आरोप लगाए। विधायक ने कहा कि यूपीसीएल में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर की निविदाएं हो चुकी हैं और करोड़ों रुपये के मीटर मटकोटा गोदामों में पहुंच चुके हैं।
कांग्रेस पार्टी ने समय-समय पर रुद्रपुर की जनता को इस बारे में आगाह किया और गोदाम की वीडियो एलईडी वाहन के माध्यम से जनता को दिखाई। लेकिन जब तीन पत्रकारों ने गोदाम जाकर लाइव प्रसारण किया और सच्चाई को जनता के सामने लाया, तो शासन के इशारे पर पीएम मोदी के करीबी अडानी ग्रुप के मैनेजर ने पत्रकारों पर रंगदारी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करवा दिया।
विधायक बेहड़ ने कहा कि पुलिस को यह सच पता है कि लाइव प्रसारण में कभी भी रंगदारी की मांग नहीं की जाती, फिर भी पुलिस ने बिना जांच किए शासन के इशारे पर मुकदमा दर्ज कर लिया। उन्होंने चेतावनी दी कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अगर जरूरी हुआ, तो पत्रकारों के हक में इस लड़ाई को विधानसभा में उठाया जाएगा। विधायक बेहड़ ने दावा किया कि केंद्र और प्रदेश सरकार से अडानी ग्रुप का दस साल का अनुबंध हो चुका है, जिसे भाजपा इंकार करती रही है।
यह मामला यूपीसीएल में भ्रष्टाचार के आरोप और पत्रकारों पर दर्ज किए गए मुकदमे को लेकर गरमा गया है, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने सरकार को घेरने की कोशिश की है। अब देखना होगा कि पुलिस और सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है।