*रूद्रपुर” यूथ कांग्रेस नेता अधिवक्ता प्रशांत पर फायर झोंकने वाले एक शूटर गिरफ्तार, दूसरे ने कोर्ट में किया सरेंडर; पढ़ें पूरा मामला।*

Share the news

यूथ कांग्रेस नेता एवं अधिवक्ता पर फायरिंग करने वाले एक शूटर को उधमसिंह नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी से घटना में प्रयुक्त एक तमंचा भी बरामद किया गया है. वहीं, दूसरे शूटर ने रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में घटना में शामिल कई अन्य लोगों की जानकारी भी दी है।

एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अनिल सिंह निवासी गदरपुर ने कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंप कर बताया था कि 27 जून को उनका बेटा प्रशांत सिंह और सत्यम सिंह कार से रुद्रपुर बाजार स्थित दुर्गा मंदिर धर्मशाला के पास स्टांप लेने गए हुए थे. तभी बाइक में सवार नकाबपोश शूटर ने उनके बेटे प्रशांत पर फायरिंग कर दी थी. जिस पर वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।

घायल के पिता की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो टीम को अहम सुराग हाथ लगे. इससे पूर्व यूके में बैठे सहज विर्क ने सोशल मीडिया के माध्यम से घटना की जिम्मेदारी ली थी. पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल कर घटना से पूर्व रेकी कर रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जबकि आरोपी शूटर की पहचान सुलेमान अंसारी निवासी सकटवा थाना बिलासपुर जिला रामपुर यूपी हाल निवासी बाइस पट्टी हुलासपुरा उत्तम नगर रोड थाना बहेड़ी जिला बरेली यूपी और मुराद निवासी ग्राम बमनपुरा थाना खजुरिया जिला रामपुर यूपी के रूप में हुई।

घटना के बाद आरोपी सुलेमान अंसारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. जिसका वारंट बी में तलब करने की प्रक्रिया की जा रही है. वहीं दूसरे आरोपी मुराद को टीम ने रविवार देर रात मुखबिर की सूचना पर रुद्रपुर से बिलासपुर को जाने वाली मेन सड़क के पास स्थित ब्लॉक ऑफिस को जाने वाले कट के पास से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में आरोपी मुराद ने बताया कि एक व्यक्ति ने फोन पर संपर्क कर उसे बैंगलोर से बहेड़ी, बरेली बुलाया और सुलेमान के साथ मिलकर रुद्रपुर में हत्या की सुपारी दी थी. आरोपी मुराद द्वारा पूछताछ में घटना में अपने साथ शामिल अन्य लोगों के भी नाम बताएं हैं जिनके बारे में जांच जारी है. वहीं इससे पूर्व पुलिस ने रेकी करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

ये था पूरा मामला

दरअसल, अधिवक्ता प्रशांत के दोस्त महफूज और हाल में ही यूके में रह रहे सहज विर्क के बीच साल 2022 में पैसों के लेनदेन को लेकर कुछ विवाद हुआ था. विवाद को सेटलमेंट करने के लिए प्रशांत ने प्रयास किया लेकिन सेटलमेंट के दौरान सहज और प्रशांत के बीच मारपीट हो गई थी. जिसके बाद प्रशांत ने सहज पर मुकदमा दर्ज कराया था. तब से सहज, अधिवक्ता प्रशांत से बदला लेने का मौका ढूंढ रहा था. सहज ने ही वंशदीप औलख, करनजीत सन्धू और मंदीप सिंह रायर से प्रशांत की रेकी कराई थी. इसके बाद 27 जून को शूटर ने प्रशांत पर फायरिंग की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *