
सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री और मौजूदा किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने कहा मंडल के डीआईजी और जिले के एसएसपी ने अगर मेरी शिकायत पर ध्यान दिया होता तो आज प्रदेश में पुलिस की बदनामी ना होती।





रुद्रपुर- विधायक किच्छा व पूर्व कैबिनेट मंत्री तिलक राज बेहड़ ने प्रेस को जारी बयान में कहा की जसपुर कोतवाल ने उत्तराखंड की पूरी पुलिस को शर्मिंदा किया है, पुलिस की कार्यप्रणाली से जनता का विश्वास उठने लगा है। पूरे प्रदेश में क़ानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है।
बेहड़ ने कहा की उधम सिंह नगर पुलिस के थाने, चौकी दलाल चला रहे है, दलालों का थानो में बोलबाला है, पुलिस अवैध खनन में लिप्त है जनपद के अंदर पुलिस द्वारा अवैध खनन कराया जा रहा है, थाने, चौकी पैसे लेकर अवैध खनन करवा रहे हैं।
बेहड़ ने कहा की जसपुर कोतवाल ज़ब किच्छा कोतवाल के पद पर तैनात था तब भी इन्होने किच्छा कोतवाली को अय्याशी का अड्डा बना रखा था। हर शाम को किच्छा कोतवाली में दलालों के साथ बैठ कर शराब पीने पिलाने का खेल चलता था। मेरे द्वारा ज़ब तत्कालीन कोतवाल की शिकायत मंडल के डीआईजी व जिले के एसएसपी को की गयी उस समय अधिकारियो ने मेरी बात को गंभीरता से नहीं लिया, यदि मेरी शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो जसपुर कोतवाल की वजह से पुलिस की जो बदनामी हुई है वो ना होती।
बेहड़ ने कहा की पूरे प्रदेश में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, चाहे पुलिस विभाग में भर्ती का मामला हो या फिर अंकिता हत्याकाण्ड का मामला हो जोकि अधिकारियो की लापरवाही से हुआ। राज्य सरकार क़ानून व्यवस्था सँभालने में असफल साबित हो रही है। सत्ता पक्ष के इशारे पर पुलिस विभाग काम कर रहा है। प्रदेश में लोगो को न्याय नहीं मिल पा रहा है। पुलिस प्रशासन भाजपा के नेताओं के दबाव में झूठे मुक़दमे लगा कर लोगो को जेल भेजने मे लगा है। किच्छा कोतवाली मे आज भी दलालों की अवभागत जारी है उनके इशारे पर मुकदमे लिख कर लोगो को झूठा फसा कर जेल भेजा जा रहा है।
बेहड़ ने कहा की यदि पुलिस का यही हाल रहा और कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो पुलिस की मनमानी के खिलाफ, पुलिस के राजनैतिक संरक्षण के खिलाफ दीपावली के बाद बहुत बड़ा आंदोलन उधम सिंह नगर पुलिस मुख्यालय के बाहर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।