फर्जी दस्तावेज बनाकर दोबारा लाखों रुपये का लोन लेने का मामला सामने आया है। पीड़ित शख्स कोई आम आदमी नहीं, बल्कि एक पूर्व बैंक मैनेजर है। आरोप है कि उसके पुराने ड्राइवर और उसके परिवार ने साजिश के तहत उसकी फर्जी सैलरी स्लिप और बैंक से जुड़े दस्तावेज बनाकर दो बार बैंक से लोन ले लिया।
रुद्रपुर के भदईपुरा निवासी शैलेन्द्र कुमार पहले इंडसइंड बैंक में मैनेजर थे। उन्होंने बताया कि उनके ड्राइवर निहाल सुमन, उसकी पत्नी शिवानी सुमन, बेटियां सोनाली और वैशाली, और उनके साथी प्रशांत हलदार पहले भी उनके नाम पर फर्जी कागज तैयार कर लोन ले चुके हैं। उस मामले में 2022 में ट्रांजिट कैंप थाने में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है और केस कोर्ट में चल रहा है।
शैलेन्द्र कुमार ने अब कोर्ट में अर्जी देकर कहा है कि उसी गैंग ने फिर से उनके नाम पर एक्सिस बैंक से दो लोन लिए हैं। एक लोन 7 लाख 45 हजार रुपये का 23 मई 2022 को और दूसरा 5 लाख 29 हजार रुपये का 2 दिसंबर 2022 को पास हुआ। ये दोनों लोन भी उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर लिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जब एक्सिस बैंक से लोन से जुड़ा कॉल आया तो उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला। जांच करने पर पता चला कि उन्हीं के पुराने कागजात की नकल कर फिर से बैंक से लोन पास कराया गया। उन्होंने बैंक प्रबंधक पर भी मिलीभगत का शक जताया है।
पीड़ित ने यह भी बताया कि आरोपियों ने दूसरे लोगों के नाम से भी इसी तरह फर्जी दस्तावेज बनाकर कई बैंकों से लोन ले रखे हैं। उनके खिलाफ रामपुर में भी आपराधिक केस दर्ज हैं।
शैलेन्द्र कुमार ने 27 मई को थाने और एसएसपी को शिकायत भेजी थी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। अब मजबूर होकर उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाई है कि मामले में फिर से रिपोर्ट दर्ज की जाए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
उन्होंने यह भी कहा कि उनका परिवार डरा हुआ है और उन्हें अपनी जान का खतरा है। अगर उनके या उनके परिवार के साथ कुछ गलत होता है तो उसकी जिम्मेदारी आरोपियों की होगी।