
उत्तराखंड के खटीमा क्षेत्र में गुलदार के हमले में एक मजदूर की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। घटना के बाद वन विभाग ने मौके पर टीम भेज दी है और पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है।





घटना खटीमा के सीमावर्ती इलाके की है, जहां गुलदार के हमले में एक मजदूर की जान चली गई। जैसे ही घटना की सूचना वन विभाग को मिली, तत्काल टीम को मौके पर भेजा गया।
वन क्षेत्राधिकारी (एसडीओ) संचिता वर्मा ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण किया जा रहा है और मौके से बाघ के पदचिन्ह लिए गए हैं। ट्रैकिंग के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गुलदार किस दिशा से आया और किस ओर गया।
घटना स्थल यूपी की जादोपुर सीमा और उत्तराखंड के सुरई क्षेत्र से सटा है, इसलिए दोनों राज्यों के संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। वन विभाग की टीमें मौके पर निगरानी बनाए हुए हैं और कैमरा ट्रैपिंग की व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है। साथ ही एक बायोलॉजिस्ट की टीम को भी बुलाया गया है।
(एसडीओ संचिता वर्मा):
हम लोगों से अपील करते हैं कि अकेले जंगल की ओर न जाएं और खासकर शाम के वक्त बाहर न निकलें। हमारी टीम लगातार गश्त कर रही है और किसी भी सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों को वन विभाग ने खारिज किया है। एसडीओ ने कहा कि जैसे ही टाइगर या गुलदार की सूचना मिलती है, टीम तत्काल मौके पर रवाना कर दी जाती है। हल्दी क्षेत्र में 15 जुलाई को टाइगर देखे जाने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम पूरी रात गश्त पर रही थी।
इस बीच मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। घटनास्थल पर रेंजर जीवन चंद्र उप्रेती, जीत सिंह समेत वन विभाग का स्टाफ और पुलिस बल मौजूद रहा।