रुद्रपुर, संवाददाता। वर्ष 2018 में डिलीवरी के दौरान महिला की मौत मामले में कोर्ट ने पति और नर्स को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया है। जानकारी के अनुसार, किच्छा निवासी वादी सूरज प्रकाश ने बताया था कि उसकी बेटी जिनी सक्सेना का नवंबर 2017 में किच्छा के ही निवासी अजीम कुरैशी से प्रेम विवाह हुआ था। शादी के बाद ससुराल पक्ष ने जिनी को लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित किया था। वादी का आरोप था कि जिनी गर्भवती थी और उसका इलाज तक नहीं कराया जा रहा था। 19 सितंबर 2018 को जिनी की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई थी। सूरज प्रकाश का आरोप था कि बेटी का शव देखने से पहले ही दफना दिया गया और यह एक साजिशन हत्या थी। इसके बाद वादी सूरज प्रकाश ने 22 सितंबर को किच्छा थाने में अजीम कुरैशी और सिरौली कलां निवासी नर्स पुष्पा रायजादा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के बाद अजीम कुरैशी और नर्स पुष्पा रायजादा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। केस की सुनवाई न्यायिक मजिस्ट्रेट से होते हुए सत्र न्यायालय में पहुंची। बुधवार को द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश मीना देउपा की अदालत ने दोनों आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया है।
डिलिवरी के दौरान महिला की मौत मामले में पति और नर्स दोषमुक्त
