
उत्तराखंड के नगर निकाय चुनाव के दौरान किच्छा के वार्ड नंबर 20 में माहौल उस समय गरमा गया, जब कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी परवेज कुरैशी और कोतवाल मनोज रतूड़ी के बीच गहमागहमी हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस और प्रत्याशी के बीच हाथापाई की नौबत आ गई।





घटना बृहस्पतिवार सुबह की है, जब परवेज कुरैशी भूतबंगला क्षेत्र में स्थित एक पोलिंग बूथ के बाहर बाइक पर पहुंचे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें बार-बार बूथ के पास चक्कर लगाने से रोका। बात बढ़ी और कोतवाल ने बल प्रयोग कर परवेज को वाहन में बैठाने की कोशिश की, जिससे उनके सिर पर चोट लग गई।
घायल परवेज कुरैशी का कहना है कि कोतवाल ने उन्हें जमीन पर गिराकर डंडे से पीटा। वहीं, कोतवाल का दावा है कि परवेज मतदाताओं को डिस्टर्ब कर रहे थे और समझाने पर भिड़ गए।
परवेज कुरैशी:-
“मैंने कुछ गलत नहीं किया। पुलिस ने मेरे सिर पर डंडे मारे और मुझे जमीन पर गिराकर मारा। ये सब सीसीटीवी में कैद है।”
तिलकराज बेहड़, विधायक, किच्छा:
“यह सत्ता का दुरुपयोग है। सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रहा है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
कोतवाल रतूड़ी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हल्का बल प्रयोग किया गया, और चोट वाहन में सिर टकराने के कारण लगी हो सकती है.
फिलहाल पुलिस प्रशासन मामले की जांच में जुटा है। चुनावी माहौल में इस घटना ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।
इस घटना ने निकाय चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच और सीसीटीवी फुटेज पर टिकी हैं।