अहमदाबाद।
गुजरात की राजधानी अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एक बड़े हादसे का शिकार हो गई। यह विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरते ही महज दो मिनट में क्रैश हो गया। विमान ठीक से एयरपोर्ट की सीमा भी पार नहीं कर पाया और ऊपर उठते ही जमीन से जा टकराया। चश्मदीदों के मुताबिक, क्रैश के तुरंत बाद तेज धमाका हुआ और आसमान में धुएं का घना गुबार छा गया।
विमान में कुल 242 यात्री सवार थे। अब तक 200 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दर्जनों घायल अस्पतालों में भर्ती हैं।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का भी निधन
हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की भी मौत हो गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल और सांसद संबित पात्रा ने सोशल मीडिया पर इस खबर की पुष्टि करते हुए गहरा दुख जताया है।
गृह मंत्री अमित शाह मौके पर पहुंचे
घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह खुद घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु, राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल और गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी भी मौजूद हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
टाटा ग्रुप देगा हर मृतक को 1 करोड़ की आर्थिक सहायता
एयर इंडिया की मूल कंपनी टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने घोषणा की कि इस हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी। साथ ही सभी घायलों के इलाज का पूरा खर्च टाटा ग्रुप उठाएगा। इसके अलावा बी जे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के पुनर्निर्माण की भी घोषणा की गई है।
मेडिकल स्टूडेंट्स भी हादसे का शिकार
भारतीय मेडिकल एसोसिएशन की गुजरात इकाई ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। अध्यक्ष डॉ. मेहुल शाह ने बताया कि हादसे में एमबीबीएस के तीन छात्रों की मौत की आशंका है, हालांकि अभी पहचान की पुष्टि नहीं हो पाई है। अस्पताल में करीब 45 छात्र भर्ती हैं, जिनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
सरकार ने शुरू की उच्चस्तरीय जांच
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए डीजीसीए और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की टीमें जांच में जुटी हैं।