रुद्रपुर, संवाददाता। राज्य कर विभाग द्वारा मुख्य बाजार से एक व्यापारी की गाड़ी को रोककर रामपुर रोड स्थित प्रवर्तन कार्यालय ले जाने की कार्रवाई पर व्यापार मंडल भड़क उठा। विभागीय कदम से नाराज व्यापारियों ने देर रात प्रवर्तन कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार, काशीपुर बायपास रोड पर राज्य कर विभाग की प्रवर्तन टीम ने एक व्यापारी की गाड़ी रोककर पत्रों की जांच के नाम पर कार्यालय ले जाकर खड़ा कर दिया। खबर मिलते ही व्यापार मंडल के पदाधिकारी व व्यापारी मौके पर जुट गए। गुस्साए व्यापारियों ने कार्यालय के भीतर धरना देकर सवाल उठाया कि जब राजमार्गों पर नियमित चेकिंग होती है तो बाजार क्षेत्र में गाड़ियों को क्यों रोका जा रहा है। उनका कहना था कि छोटी-छोटी चूकों पर भारी जुर्माना लगाकर व्यापारियों की कमर तोड़ी जा रही है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा कि त्योहारों से पहले यदि विभाग ने परेशानियां बढ़ाईं तो व्यापारी अनिश्चितकालीन बाजार बंद करने पर मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि व्यापारी राज्य की आय का मुख्य स्रोत हैं, उन्हें चोर न समझा जाए। करीब एक घंटे चले धरने के बाद सहायक आयुक्त प्रदीप चंद्रा व व्यापारियों में सहमति बनी कि भविष्य में बाजार क्षेत्र की बजाय चुंगी चौकियों पर ही वाहनों की जांच होगी। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया। इस मौके पर गदरपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक बेहड, संदीप राव, राजेश कामरा समेत बड़ी संख्या में व्यापारी आदि मौजूद रहे।