एलओसी पर पाकिस्तान की बर्बरता, गोलाबारी में महिला समेत दो नागरिकों की मौत, कई घायल..

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श्रीनगर से इस वक्त की बड़ी खबर—नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलाबारी में दो निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। गोलाबारी में दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और सीमा के पास बसे गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

बारामूला जिले के उरी गांव में पाकिस्तान द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग में नरगिस बेगम नामक महिला की मौत हो गई। वह उस वक्त सड़क पर एक वाहन में सवार थीं जब फायरिंग हुई। एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल है, जिसका इलाज बारामूला मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने तीन लोगों के छर्रे लगने की पुष्टि की है।

उधर, पुंछ जिले के लोरान मंडी तहसील के लोहिबेला गांव में भी पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में एक नागरिक इबरार मलिक की जान चली गई, जबकि दो अन्य लोग—शाहिदा बेगम और वसीम अहमद—घायल हुए हैं। हमले में कई घरों और ढांचों को भी नुकसान हुआ है।

जम्मू क्षेत्र में भी हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। बुधवार रात भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। गुरुवार देर रात पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया। लेकिन एलओसी पर लगातार हो रही गोलाबारी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

कुपवाड़ा जिले में गोलाबारी से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। चौकीबल, टंडगर, उरी और करनाह गांवों में रुक-रुक कर गोलियां चलती रहीं, जिससे लोग पूरी रात भूमिगत बंकरों में छिपे रहे। टंडगर के स्थानीय निवासी ने बताया कि “हम पूरी रात जागते रहे, धमाकों ने गांव को हिला कर रख दिया।” हाजीनार गांव में करीब 20 घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।

गांव के सरपंच मोहम्मद जाफर लोन ने बताया कि 1700 से अधिक की आबादी वाला उनका गांव पूरी रात गोलाबारी की चपेट में रहा। कई लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर चुके हैं, जबकि करीब 200 लोग एक सामुदायिक बंकर में ठिठुरते हुए रात बिताने को मजबूर हैं।

हालांकि, गुरेज़ घाटी में शांति बनी रही, लेकिन डर का माहौल वहां भी कायम है। इस पूरी घटना से एक बात स्पष्ट है—एलओसी पर हालात लगातार बिगड़ रहे हैं और पाकिस्तान की तरफ से नागरिक आबादी को निशाना बनाया जा रहा है..

सीमा से सटे गांवों में हालात बेहद नाजुक हैं और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। हम लगातार ज़मीनी हालात पर नज़र बनाए हुए हैं..

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