जम्मू संभाग के डोडा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच सोमवार रात से मुठभेड़ चल रही है. इस मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं. इस ऑपरेशन को सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम अंजाम दे रही है. एक से दो आतंकी सुरक्षाबलों के घेरे में हो सकते हैं. आतंकी अंधेरे और घने जंगल का फायदा उठाकर भाग न सकें, इसके लिए सुरक्षाबलों की ओर से घेरा और सख्त किया।
हाल ही में कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबलों की टीमें जम्मू रीजन के अलग-अलग इलाकों में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. इसी कड़ी में डोडा के घने जंगलों में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है. इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने शाम करीब 7.45 बजे देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरारबागी में एक संयुक्त घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई. आतंकी जम्मू संभाग को लगातार निशाना बना रहे हैं. पिछले 35 दिन में डोडा क्षेत्र में यह चौथी मुठभेड़ है. जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को डोडा के जंगल में आतंकियों के दल के छिपे होने की सूचना मिली थी. इस पर क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष दस्ते (एसओजी) और सेना के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया था और इसी बीच में आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई. एक हफ्ते में जम्मू कश्मीर में यह चौथी मुठभेड़ है. इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन कोठी रखा गया है।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में 20 मिनट से अधिक समय तक चली गोलीबारी में एक अधिकारी सहित सेना के चार जवान और एक पुलिस कर्मी घायल हो गए. अधिकारियों ने कहा कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया और उनकी हालत गंभीर बताई गई. सेना ने कहा कि अतिरिक्त सैनिकों को क्षेत्र में भेजा गया है और आखिरी रिपोर्ट मिलने तक ऑपरेशन जारी था।