रुद्रपुर से एक दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पिता ने ऐसी हैवानियत दिखाई, जिसे सुनकर रूह कांप उठे। इस घटना ने रिश्तों की परिभाषा को ही बदल कर रख दिया है।
15 अप्रैल को आनंदपुर गांव के पास झाड़ियों में एक छात्र का शव मिलने की सूचना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान 14-15 वर्षीय अंकित के रूप में हुई।
शुरुआत में यह मामला किसी अज्ञात हमलावर द्वारा की गई हत्या जैसा लग रहा था, लेकिन जब पुलिस ने तह तक जाने की कोशिश की, तो चौंकाने वाला सच सामने आया। इस हत्याकांड के पीछे कोई और नहीं, बल्कि खुद अंकित का पिता निकला।
पुलिस जांच में सामने आया कि अंकित को अपने ही घर में पैसों की चोरी करने की आदत थी। ये आदत उसके पिता के लिए सिरदर्द बन चुकी थी। कई बार पिता ने उसे समझाया, मारा, लेकिन जब कुछ फर्क नहीं पड़ा, तो उसने ऐसा खौफनाक फैसला ले लिया जो एक बाप को कभी शोभा नहीं देता।
12 अप्रैल को अंकित ने अपने पिता की सैलरी में से 10-12 हजार रुपए चुरा लिए थे। जब इसका पता चला, तो पिता आगबबूला हो गया। बेटे से बहस के दौरान अंकित ने कड़वा ताना दिया – “इतना ही गुस्सा है तो मुझे मार ही डालो।”
बस यही बात पिता के दिल में घर कर गई। और उसने तय कर लिया कि अब वह इसे हमेशा के लिए खत्म कर देगा, 15 अप्रैल की सुबह वह दोनों बेटों को साइकिल पर बैठाकर स्कूल के लिए निकला। छोटे बेटे को स्कूल छोड़ने के बाद वह अंकित को बहाने से सुनसान मैदान में ले गया। वहां उसने अंकित की स्कूल शर्ट उतारवाई और उसी से गला घोंटकर उसकी जान ले ली।
इसके बाद वह सीधे अपनी फैक्ट्री गया और वहीं से एक सहकर्मी के फोन से अंकित के फुफेरे भाई अभिषेक को कॉल किया — कि तुम्हारा भाई मैदान में बेहोश पड़ा है, पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले और बयानों की कड़ियों को जोड़ा, तो सच्चाई सामने आ गई। पूछताछ में आरोपी पिता ने सबकुछ कबूल कर लिया।
एक पिता, जिसने अपने ही बेटे को जन्म दिया, उसका पालन-पोषण किया… वही पिता, उसकी जान का दुश्मन बन गया। एक मासूम की जान सिर्फ इसलिए चली गई क्योंकि वह गलत रास्ते पर था — लेकिन क्या इसका हल उसकी हत्या था?