गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित उत्तराखंड दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने रुद्रपुर स्थित मनोज सरकार स्पोर्ट्स स्टेडियम के मल्टीपरपज हॉल में एक अहम वीवीआईपी ड्यूटी ब्रीफिंग की। यह ब्रीफिंग 19 जुलाई को गृह मंत्री अमित शाह के आगमन और उत्तराखंड निवेश उत्सव 2025 में उनकी भागीदारी को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी के उद्देश्य से की गई।
ब्रीफिंग में जनपद ऊधमसिंह नगर के विभिन्न थाना प्रभारियों, सर्कल अधिकारियों, खुफिया तंत्र, यातायात विभाग, और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे। डीजीपी ने ब्रीफिंग के दौरान कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक प्लान, आपातकालीन रिस्पॉन्स और ड्यूटी में तैनात अधिकारियों की जिम्मेदारियों के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।
डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि वीवीआईपी कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे तैयार किए गए हैं। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के लिए स्पेशल क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) तैनात की जा रही है।
क्या होती है वीवीआईपी ब्रीफिंग?
वीवीआईपी ब्रीफिंग एक विशेष प्रकार की सुरक्षा बैठक होती है जिसमें किसी अति विशिष्ट व्यक्ति (VVIP) के दौरे से पहले तमाम सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस बल को उनकी ड्यूटी, जिम्मेदारियां और आपसी समन्वय के बारे में बारीकी से जानकारी दी जाती है। इसमें कार्यक्रम स्थल की एंट्री-एग्जिट योजना, दर्शक व्यवस्था, मीडिया प्रबंधन, और यातायात नियंत्रण की रणनीतियों पर चर्चा की जाती है। उद्देश्य होता है – शून्य त्रुटि वाली सुरक्षा व्यवस्था।
डीजीपी ने निर्देश दिए कि कार्यक्रम में आने वाले गणमान्य अतिथियों के लिए पार्किंग व्यवस्था से लेकर मंच पर आने-जाने के मार्ग तक हर बिंदु पर स्पष्ट निगरानी रखी जाए। साथ ही, कार्यक्रम से पहले पूरे स्टेडियम परिसर की बम स्क्वाड से जांच कराई जाए और ड्रोन कैमरे व सीसीटीवी की मदद से नजर रखी जाए।
डीजीपी ने यह भी सुनिश्चित किया कि हर अधिकारी को उसकी जिम्मेदारी की पूरी जानकारी हो। सभी नोडल अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें और किसी भी सूचना को हल्के में न लें।
कार्यक्रम के दौरान आमजन की आवाजाही और यातायात प्रभावित न हो, इसके लिए वैकल्पिक ट्रैफिक रूट की भी रूपरेखा तैयार की गई है।
डीजीपी सेठ ने अंत में कहा कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री की मौजूदगी वाला यह कार्यक्रम प्रदेश के लिए गौरव का विषय है, और इसमें सुरक्षा से लेकर व्यवस्था तक हर पहलू पर कार्य पूरी गंभीरता से किया जाए।