श्रावण मास के पवित्र अवसर पर शिव भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने जिला प्रशासन से कांवड़ मार्गों पर साफ-सफाई और मांस-मछली की दुकानों को बंद कराने की मांग की है। संगठन के जिला धर्म प्रसार प्रमुख सुल्तान सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर श्रावण मास में धार्मिक भावना का सम्मान सुनिश्चित करने की अपील की।
ज्ञापन में कहा गया है कि श्रावण मास के दौरान बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लाकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं। इस दौरान कांवड़ यात्रा मार्गों पर मांस-मछली और अंडे की खुली दुकानों से पवित्र जल की शुद्धता भंग होने की संभावना रहती है, जिससे विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
संगठन ने आरोप लगाया कि कई जगहों पर कांवड़ियों के मार्ग में साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब रहती है। इस कारण शिव भक्तों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। संगठन ने मांग की है कि प्रशासन श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई सुनिश्चित कराए और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली गतिविधियों पर रोक लगाते हुए मांस-मछली की सभी दुकानों को पूर्णतया बंद रखने के आदेश जारी करे।
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के जिला धर्म प्रसार प्रमुख सुल्तान सिंह ने कहा, “श्रावण मास हिंदू समाज की आस्था से जुड़ा पवित्र समय है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि कांवड़ियों की श्रद्धा का सम्मान करते हुए उनकी यात्रा को निर्बाध और पवित्र बनाए रखने हेतु उचित कदम उठाए।”
उन्होंने जनपद ऊधम सिंह नगर के सभी मुख्य मार्गों पर कांवड़ियों की सुविधा के लिए सुरक्षा, सफाई और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं किए जाने की भी मांग की।
प्रशासन की ओर से जल्द ही इस संबंध में उचित निर्णय लिए जाने की संभावना जताई जा रही है।