
कुमाऊं के सबसे बड़े हल्द्वानी नगर निगम की मेयर सीट इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। आगामी नगर निकाय चुनावों को लेकर दोनों पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों दलों ने अपने-अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, और प्रचार अभियान जोर-शोर से चल रहा है।





कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने हल्द्वानी में दावा किया कि कांग्रेस नगर निगम की सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी नगर निगम की मेयर सीट कांग्रेस के पक्ष में जा रही है। करन माहरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि “अगर भाजपा ने प्रदेश में विकास कार्य किए होते तो उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रचार के लिए बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती।”
“भाजपा के कर्मों की पोल खुल रही है”
करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस इस चुनाव में विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारों के साथ चुनाव लड़ रही है। वहीं, योगी आदित्यनाथ के संभावित हल्द्वानी दौरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि “उत्तराखंड की जनता उनसे उनके कार्यों का जवाब मांग रही है।”
“भाजपा को आत्मचिंतन की जरूरत”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने गढ़वाल के अंकित भंडारी हत्याकांड और शंकराचार्य के अपमान का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “जब-जब उत्तराखंड में संवेदनशील घटनाएं हुईं, तब-तब बीजेपी नेतृत्व चुप रहा। अब चुनावी माहौल में उन्हें जनता को गुमराह करने के लिए नेता उतारने पड़ रहे हैं।”
“विधानसभा उपचुनाव से सबक ले भाजपा”
करन माहरा ने यह भी कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी को अपनी स्थिति का अंदाजा हो गया होगा। उन्होंने दावा किया कि नगर निगम चुनाव में बीजेपी की हार तय है और कांग्रेस एक मजबूत जनादेश के साथ उभरेगी।
इस बयानबाजी के बीच हल्द्वानी नगर निगम चुनाव का मुकाबला काफी रोचक और तीखा होता जा रहा है। जनता के फैसले पर अब सभी की नजरें टिकी हैं।