
काशीपुर। एक फैक्टरी में कार्यरत कर्मचारी की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम शिवराजपुर पट्टी निवासी श्याम सिंह (30) पुत्र राम सिंह लगभग दो साल से पैगा पुलिस चौकी क्षेत्र में गेंदा सिंह के मकान में अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ किराए पर रहता था। वह महुआखेड़ा गंज स्थित एक फैक्टरी में नौकरी करता था। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम लगभग छह बजे महुआखेड़ा गंज रेलवे क्रॉसिंग से लगभग 200 मीटर की दूरी पर ट्रेन संख्या 05354 की चपेट में आकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद ट्रेन का गार्ड मृतक के शव को राज्य की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश की सीमा में स्थित अलीगंज स्टेशन ले गया और वहां स्टेशन मास्टर की सुपुर्दगी में दे दिया। इसी दौरान किसी व्यक्ति ने शव की शिनाख्त कर परिजनों को जानकारी दी।





उधर परिवार के सदस्य विजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने घटना की सूचना पैगा पुलिस को दी और शव को अलीगंज से अपने निजी वाहन में लेकर पैगा चौकी पहुंचे। जहां से पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की जेब से पीरूमदारा से रोशनपुर तक का टिकट मिला। वह अपने पीछे दो बेटियों और पत्नी सहित परिवार को रोता बिलखता छोड़ गया।
मृतक श्याम सिंह के परिजनों ने जब रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी रणदीप सिंह से घटनाक्रम की जानकारी ली। सिंह ने बताया युवक ने ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या की है। मृतक की जेब से पीरूमदारा से रोशनपुर तक की टिकट मिला है। ऐसे में सवाल यह है कि जब वह टिकट लेकर चल रहा था तो आत्महत्या कैसे कर सकता है ? उधर परिजनों ने बताया शव देखकर भी ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि युवक ने आत्महत्या की होगी। वहीं दूसरा सवाल यह कि जब हादसा उत्तराखंड सीमा में हुआ तो ट्रेन का गार्ड शव को यूपी के अलीगंज स्टेशन क्यों ले गया। इस संबंध में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे हैं।