उत्तराखंड में साइबर अपराधियों ने ठगी के दो चौंकाने वाले मामलों को अंजाम दिया है। पहले मामले में देहरादून के एक बुजुर्ग से निवेश के नाम पर 3.77 करोड़ रुपए ठग लिए गए, जबकि दूसरे मामले में रुड़की की एक महिला से 32 लाख रुपए डिजिटल अरेस्ट के बहाने ऐंठ लिए गए।
देहरादून के एक बुजुर्ग ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने बताया कि उन्हें अगस्त 2024 में फेसबुक पर एक वीडियो मिला, जिसमें रतन टाटा के नाम पर आरबीआई में निवेश करने पर बड़ा रिटर्न मिलने का दावा किया गया था। लिंक पर क्लिक करने के बाद ठगों ने उन्हें झांसे में लेकर 3.77 करोड़ की ठगी की।
जब पीड़ित ने धन वापस मांगा, तो ठगों ने सभी संपर्क बंद कर दिए। अब पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वहीं, दूसरा मामला रुड़की का है, जहां साइबर अपराधियों ने एक रिटायर्ड महिला से राष्ट्रीय सुरक्षा का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी की।
महिला के मुताबिक, 14 दिसंबर को उन्हें एक कॉल आया, जिसमें बताया गया कि उनके आधार कार्ड से मुंबई में खाता खोलकर 2 करोड़ का लेनदेन हुआ है। कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच और ईडी का अधिकारी बताया।
दोनों मामलों में साइबर सीओ अंकुश मिश्रा ने कहा कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही, पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है कि वे ऐसे जाल में न फंसें।
साइबर अपराधियों की नई-नई चालें लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं। पुलिस का कहना है कि सतर्क रहें और संदिग्ध कॉल या लिंक से बचें।