
देहरादून। 31 मई को पूरे प्रदेश में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। 31 मई को राज्य के 5 लाख से अधिक लोग तम्बाकू मुक्त उत्तराखंड के लिए शपथ लेंगे।वहीं तम्बाकू मुक्त उत्तराखंड के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न विभागों एवं संगठनों के साथ मिलकर ‘आओ गांव चलें, उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त करें’ अभियान की शुरूआत कर दी है।





बताते चलें इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य और जिला स्तर पर टास्क फाेर्स का गठन किया जायेगा। पुर राज्य में आने वाली 10 मई से स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस एवं पंचायतीराज विभाग व विभिन्न एनजीओ के सहयोग से एक माह तक जन जागरुकता कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे। वहीं सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने आज देहरादून के एक निजी होटल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत ‘आओ गांव चलें, उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त करें’ अभियान का शुभारम्भ किया। इस मौके पर डॉ.रावत ने बताया कि उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त करने के लिए आगामी एक माह तक प्रदेशभर में जन जागरुकता अभियान चलाया जायेगा। इसके तहत प्रदेश के स्कूल, कॉलेज, विकासखण्ड, नगर निकाय, जिला पंचायत एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायतीराज एवं पुलिस प्रशासन सहित विभिन्न एनजीओ के माध्यम से गोष्ठियां आयोजित की जायेंगी। इन गोष्ठियों में स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिला स्तरीय पदाधिकारी, विधायक एवं सांसद आदि प्रतिभाग करेंगे। वहीं डॉ.रावत ने बताया कि आगामी 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर प्रदेशभर में 5 लाख से अधिक लोग तम्बाकू मुक्त उत्तराखंड के लिए शपथ लेंगे। इससे पूर्व 10 से 20 मई तक विभिन्न स्तर पर गोष्ठियों का आयोजन किया जायेगा, इसके उपरांत 20 से 30 मई तक तम्बाकू मुक्त उत्तराखंड की शपथ लेने के इच्छुक लोगों का पंजीकरण किया जाएगा। इस अभियान की मॉनिटिरिंग के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एक सर्वे के अनुसार प्रदेश में 26.5 प्रतिशत लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, जबकि पूरे देश में यह प्रतिशत 28.6 है। उन्होंने उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में 2-2 गांव का चयन करने के साथ ही अभियान को सफल बनाने के लिए प्रचार-प्रसार करने पर भी जोर दिया।