दक्षिणी बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समिति के निदेशक चुनाव के दौरान सोमवार को पुलिस ने पूर्व दर्जाधारी एवं कांग्रेस नेता हाजी सरवर यार खान को हिरासत में ले लिया, जिससे चुनाव स्थल पर हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई।
घटना की सूचना मिलते ही विधायक तिलकराज बेहड़ कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर सत्ता पक्ष के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। बेहड़ ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को टारगेट किया जा रहा है और चुनाव को प्रभावित करने के लिए पुलिस का दुरुपयोग किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
सोमवार को दक्षिणी किसान सेवा सहकारी समिति के बंडिया, पटेरी और दरऊ क्षेत्रों के तीन निदेशकों का चुनाव हो रहा था। हाजी सरवर यार खान कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रिजवाना बेगम के पोलिंग एजेंट थे। दोपहर बाद पुलिस ने पोलिंग स्टेशन में घुसकर उन्हें हिरासत में ले लिया।
गौरतलब है कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष गफ्फार खान ने रविवार को सरवर यार खान और उनके समर्थकों पर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। इसी के चलते पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
विधायक बेहड़ ने पुलिस पर लगाए आरोप
कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही विधायक तिलकराज बेहड़ कोतवाली पहुंचे और दरी बिछाकर समर्थकों के साथ धरना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस सत्ता पक्ष के दबाव में काम कर रही है और कांग्रेस नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “सरवर यार खान को चुनाव हराने के लिए पुलिस का सहारा लिया जा रहा है। मतदाताओं को डरा-धमकाकर उठा लिया जा रहा है। अगर यह बंद नहीं हुआ, तो हम पुलिस के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।”
पूछताछ के बाद सरवर यार खान को छोड़ा गया
लगभग एक घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस ने हाजी सरवर यार खान को छोड़ दिया। इसके बाद विधायक बेहड़ ने अपना धरना समाप्त कर दिया। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।