
बहादुरगढ़ (हरियाणा), 23 मार्च – हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। उत्तराखंड के रहने वाले एक कारोबारी ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर खुद भी जान देने की कोशिश की। पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।





कैसे हुआ यह दर्दनाक हादसा?
शनिवार 22 मार्च की रात बहादुरगढ़ के एक घर में दो तेज धमाके हुए, जिसके बाद वहां आग लग गई। धमाकों की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
फायर ब्रिगेड जब मौके पर पहुंची और आग बुझाई, तो अंदर का नजारा खौफनाक था। कमरे में चार जले हुए शव मिले, जो उस घर के मालिक हरपाल की पत्नी और तीन बच्चों के थे। हरपाल गंभीर रूप से झुलस चुका था, लेकिन वह जिंदा बच गया।
पहले यही माना जा रहा था कि हादसा एयर कंडीशनर (AC) में ब्लास्ट होने की वजह से हुआ, लेकिन जब पुलिस ने छानबीन की तो पूरी कहानी ही बदल गई।
पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा
23 मार्च को डीसीपी मयंक मिश्रा ने इस केस का खुलासा करते हुए बताया कि यह एक हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या थी।
कैसे दी गई हत्या को अंजाम?
1. नींद की गोलियां – सबसे पहले हरपाल ने अपनी पत्नी और बच्चों को नींद की गोलियां खिलाईं, जिससे वे गहरी नींद में चले गए।
2. चाकू से हमला – जब वे बेहोश हो गए, तब हरपाल ने उन पर तेज धारदार हथियार से हमला किया और उनकी हत्या कर दी।
3. आग लगाई – इसके बाद हरपाल ने पेट्रोल छिड़ककर घर में आग लगा दी ताकि मामला दुर्घटना लगे।
4. खुद को जलाने की कोशिश – उसने खुद भी आग में कूदकर जान देने की कोशिश की, लेकिन बच गया।
आखिर क्यों किया हरपाल ने ऐसा?
पुलिस को हरपाल का 15 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने हत्या की वजह लिखी है।
हत्या के पीछे के मुख्य कारण:
आर्थिक तंगी – हरपाल का ट्रांसपोर्ट का बिजनेस घाटे में जा रहा था और वह भारी कर्ज में डूबा हुआ था, परिवारिक विवाद – उसका अपनी बहन और जीजा के साथ प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ा चल रहा था, तनाव और डिप्रेशन – लगातार बढ़ती समस्याओं के चलते वह मानसिक रूप से बेहद परेशान था।
हरपाल को लग रहा था कि वह अपने परिवार की जरूरतें पूरी नहीं कर पा रहा और इसी तनाव में उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
हरपाल की गिरफ्तारी
घटना के बाद हरपाल को गंभीर हालत में पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद उसने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और गिरफ्तार कर लिया।
अब पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या इस घटना के पीछे किसी और का भी हाथ था या फिर यह पूरी तरह से हरपाल की ही साजिश थी..
समाज के लिए सबक
यह घटना दिखाती है कि आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव किस हद तक खतरनाक हो सकते हैं। अगर हरपाल ने समय रहते किसी से मदद मांगी होती, तो शायद यह हादसा टल सकता था।
अगर किसी को तनाव, आर्थिक समस्या या पारिवारिक विवाद से जूझना पड़ रहा है, तो उन्हें मनोवैज्ञानिक या कानूनी मदद लेनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
हरियाणा के बहादुरगढ़ में हुआ यह मामला एक पारिवारिक विवाद और मानसिक तनाव का भयावह नतीजा है। एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी और खुद भी जान देने की कोशिश की।
अब पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह देख रही है कि इस वारदात में कोई और शामिल था या नहीं।
आगे की जांच जारी है…