
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में लगातार बाल विवाह के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में बुढ़ना और झिरमोली गांव में दो नाबालिग लड़कियों की शादी कराई जा रही थी, लेकिन समय रहते प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर इसे रोक दिया। अब तक प्रशासन 12 बाल विवाहों को रुकवा चुका है।





शनिवार को वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक रंजना गैरोला भट्ट को सूचना मिली कि विकासखंड जखोली के बुढ़ना और झिरमोली गांव में दो नाबालिग लड़कियों की शादी हो रही है। सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और टीम मौके पर पहुंची।
रंजना गैरोला भट्ट (वन स्टॉप सेंटर प्रशासक):
“हमें जैसे ही सूचना मिली, हमारी टीम तुरंत पहुंची और दोनों बाल विवाहों को रोका। परिजनों को समझाया गया कि यह कानूनी अपराध है।”
इसके बाद नाबालिग लड़कियों के परिजनों को वन स्टॉप सेंटर बुलाया गया। परिजनों से शपथ पत्र भरवाया गया कि वे 18 वर्ष से पहले विवाह नहीं करेंगे और भविष्य में इस तरह की गलती नहीं दोहराएंगे।
वन स्टॉप सेंटर की टीम और चाइल्ड हेल्पलाइन की मदद से अब तक 12 बाल विवाह रोके जा चुके हैं। प्रशासन का कहना है कि आगे भी जन जागरूकता अभियान जारी रहेगा, ताकि समाज में इस कुप्रथा को पूरी तरह खत्म किया जा सके..
बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जिसे रोकने के लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर काम करने की जरूरत है। रुद्रप्रयाग प्रशासन की यह पहल सराहनीय है, लेकिन लोगों की मानसिकता बदलना भी जरूरी है। इसी तरह की और खबरों के लिए बने रहें हमारे साथ।