
उत्तराखंड के नानकमत्ता डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में पुलिस की तफ्तीश ने रफ्तार पकड़ ली है। इस हाई प्रोफाइल मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्य शूटर सरबजीत सिंह से पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं दूसरी ओर, मामले में फरार चल रहे नवाबगंज गुरुद्वारा के जत्थेदार बाबा अनूप सिंह पर इनाम की राशि भी बढ़ा दी गई है, गौरतलब है कि 28 मार्च 2024 को बाबा तरसेम सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू और पंजाब के तरनतारन निवासी सरबजीत सिंह ने अंजाम दिया था। हत्या के 22 दिन बाद STF ने अमरजीत को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था, जबकि सरबजीत को पुलिस ने हाल ही में एक साल की लंबी फरारी के बाद गिरफ्तार किया।





अब पुलिस सरबजीत से पूछताछ में कई अहम सवालों के जवाब तलाश रही है—फरारी के दौरान उसे फंडिंग कौन कर रहा था? उसे पनाह कौन दे रहा था? और इस पूरे हत्याकांड की साजिश किसने रची? क्या कोई और बड़ा चेहरा इस साजिश में शामिल है, जिसने इस वारदात के लिए पैसा और संसाधन मुहैया कराए? फरार नामजद आरोपी और नवाबगंज गुरुद्वारे के जत्थेदार बाबा अनूप सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उसकी इनामी राशि 25 हजार से बढ़ाकर अब 50 हजार कर दी है। माना जा रहा है कि पुलिस के पास बाबा अनूप सिंह के खिलाफ कुछ ठोस साक्ष्य हाथ लगे हैं और साथ ही बाबा अनूप सिंह विदेश ना भाग सके इसलिए लुक आउट नोटिस भी जारी कर दिया गया है और यह कार्रवाई सरबजीत के रिमांड पर पूछताछ और बयान हो जाने के पश्चात तत्काल यह कार्रवाई अमल में लाई गई है, पुलिस सरबजीत को रिमांड पर लेकर कई सवालों के जवाब तलाश कर रही है और यह बात गुप्त रखी गई है कि सरबजीत ने विवेचना में किस-किस का नाम लिया और किन-किन लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं लेकिन पुलिस द्वारा बाबा अनूप सिंह पर इनाम बढ़ाया जाना और लुक आउट नोटिस जारी करना किसी और इशारा कर रहा है क्या बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में बाबा अनूप सिंह मुख्य भूमिका में थे??