
रुद्रपुर: नगर निगम की बोर्ड बैठक में शहर के विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में 21 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए, जबकि 40 पार्षदों के 200 प्रस्तावों को मंजूरी मिली। पार्षदों ने सबसे अधिक बिजली और पानी की समस्याओं को उठाते हुए संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई।





पेयजल और बिजली की समस्याओं पर हंगामा
बैठक में पार्षदों ने जल संस्थान और ऊर्जा निगम के अधिकारियों से लीकेज, गंदा पानी, पाइपलाइन में लापरवाही, स्मार्ट मीटर से परेशानी, बिजली के जर्जर तारों और नए पोल न लगाने जैसे मुद्दों पर सवाल किए।
विधायकों ने रखे शहर सुधार के प्रस्ताव
बैठक में रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा और किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ भी शामिल हुए। विधायक अरोरा ने विस्थापित व्यापारियों के पुनर्वास, नजूल भूमि पर मालिकाना हक, गांधी पार्क सौंदर्यीकरण और ड्रेनेज प्लान का प्रस्ताव रखा। वहीं, विधायक बेहड़ ने जल निकासी, सड़कों के निर्माण और फुलसुंगी नाले की सफाई की मांग की।
शहर के लिए स्वीकृत अहम प्रस्ताव
1. इन्टीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए दोबारा ई-निविदा।
2. 50 लाख तक की कीटनाशक दवाओं की खरीद के लिए निविदा।
3. आउटसोर्स के जरिए मानवशक्ति आपूर्ति के लिए ई-निविदा।
4. स्टेशनरी और प्रचार सामग्री के लिए निविदा जारी।
5. नया स्काई लिफ्ट वाहन खरीदी और पुराने की मरम्मत।
6. नजूल भूमि दस्तावेज और वार्ड मानचित्र डिजिटलाइजेशन।
7. मेयर के लिए इनोवा वाहन खरीदने का प्रस्ताव।
8. शहीद वीरेंद्र सिंह सामंती और समाजसेवियों के नाम पर द्वार निर्माण।
9. शहर में पशु शवदाह गृह और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण।
10. गांधी पार्क का नवीनीकरण और चार नए जोनल कार्यालयों की स्थापना।
मेयर विकास शर्मा ने कहा कि रुद्रपुर को उत्तराखंड का “नंबर वन नगर निगम” बनाने के लिए सभी पार्षदों के साथ मिलकर कार्य किया जाएगा। नगर निगम अब लेबर कार्ड, राशन कार्ड, पहचान पत्र और पेंशन जैसी सेवाएं भी उपलब्ध कराएगा। बैठक में एमएनए नरेश दुर्गापाल, सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।