*Ramnagar” बाघ के आतंक से परेशान ग्रामीण वन विभाग के खिलाफ सड़कों पर, प्रशासन को दिया अल्टीमेटम..*

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लकड़ी लेने गई महिला को बाघ द्वारा मौत के घाट उतारने के मामले में आज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर धरना- प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने 5 दिन के लिए आंदोलन स्थगित किया. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो वह उग्र आंदोलन करेंगे।

लकड़ी लेने गई महिला को बाघ ने बनाया था शिकार: बता दें कि गांव सांवल्दे पश्चिम की रहने वाली दुर्गा देवी जंगल में लकड़ी लेने गई थी, तभी जंगल में बाघ ने अचानक उन पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इसके अलावा कई अन्य ग्रामीण भी बाघ के हमले में अपनी जान गंवा चुके हैं. साथ ही दर्जनों पालतू मवेशी भी बाघ का निवाला बन चुके हैं, जिसको लेकर लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों में दहशत है।

बाघ को पकड़ने के लिए ग्रामीण कर रहे प्रदर्शन: ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से आतंक का पर्याय बने बाघ को पकड़ने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन आज तक बाघ को नहीं पकड़ा गया है, जिससे ग्रामीणों में रोष है. इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने सांवल्दे की मुख्य सड़क पर जाम लगाकर कॉर्बेट पार्क के झिरना एवं ढेला पर्यटन जोन में पर्यटकों की आवाजाही बंद कर दी थी. आज फिर ग्रामीणों ने सड़क को जाम कर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगंत नायक एवं तहसीलदार कुलदीप पांडे और संघर्ष समिति के बीच वार्ता की गई. जिसमें तय किया गया कि अगर तीन फरवरी तक इस बाघ को नहीं पकड़ा गया, तो ग्रामीण 4 फरवरी को फिर से सड़क जाम कर कॉर्बेट पार्क के झिरना एवं ढेला पर्यटन जोन में पर्यटकों की आवाजाही बंद करने के लिए मजबूर होंगे।

उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक द्वारा अनुमति मिल चुकी है. मौके पर दो पिंजरे लगाने के साथ ही एक टीम को तैनात कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस बाघ को पकड़ लिया जाएगा. उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है।

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