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पंजाब के जालंधर में डीएसपी दलबीर सिंह हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीएसपी दलबीर सिंह हत्याकांड में पुलिस ने लांबड़ा निवासी ऑटो चालक विजय को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक डीएसपी विजय के ही ऑटो में बैठकर घर को निकले थे। वर्कशॉप चौक के पास स्थित शराब ठेके पर लगे सीसीटीवी से आरोपी की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

सीसीटीवी से खुला राज

जांच में यह भी सामने आया है कि डीएसपी दलबीर सिंह दयोल ने वर्कशाप चौक के पास स्थित मामे के ढाबे पर नॉनवेज खाया था। ऑटो चालक वहां पर भी उनके साथ था। शराब ठेके पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से सामने आया है कि डीएसपी ने अपना रिवॉल्वर ऑटो चालक को पकड़ा रखा था।

गाली देने पर की हत्या

वर्कशाप चौक से ऑटो चालक डीएसपी को लेकर चला। नशे में डीएसपी ने ऑटो चालक को गाली दी। यह चालक को बर्दाश्त नहीं हुआ। उसने डीएसपी की रिवॉल्वर से ही माथे पर गोली मारकर हत्या कर दी।

जनवरी की रात की थी हत्या

एक जनवरी को जालंधर में बस्ती बावा खेल नहर के पास अर्जुन आवार्डी डीएसपी दलबीर सिंह का शव मिला था। वे अपने दोस्तों के साथ नए साल पर पार्टी करने गए थे। इसके बाद डीएसपी दलबीर सिंह का शव बल्टन पार्क वाली रोड पर मिला था। पर्स से उनकी पहचान हुई थी। उनके माथे पर गोली मारकर हत्या की गई थी।

डीएसपी को मिल चुका था अर्जुन अवॉर्ड

डीएसपी दलबीर सिंह वेटलिफ्टिंग के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके थे और उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। हालांकि बाद में मधुमेह की वजह से उन्हें अपना एक पैर कटवाना पड़ा था। दलबीर सिंह मूलरूप से कपूरथला के गांव खोजेवाल के रहने वाले थे और जालंधर स्थित पीएपी ट्रेनिंग सेंटर में तैनात थे। वे कुछ दिन पहले ही चर्चा में आए थे। दरअसल, 16 दिसंबर की रात उन्होंने मकसूदां के गांव मंड में ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी थी। तब गांववालों और उनके बीच समझौता हो गया था।

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