
पूजा मंडल हत्याकांड मामले में पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी मुश्ताक के गौरीखेड़ा स्थित अवैध मकान को ढहा दिया। यह जमीन एसटी वर्ग के मथुरा प्रसाद के नाम दर्ज थी, जिस पर मुश्ताक के पिता अली अहमद ने अवैध रूप से निर्माण कराया था। प्रशासनिक टीम जब मौके पर पहुंची, तो घर पर कोई नहीं मिला। मकान में मौजूद सामान की फर्द तैयार की गई।





क्या है मामला:
बीते बुधवार को खटीमा में अंडरपास काली पुलिया के पास नदन्ना नहर में एक युवती की सिर कटी लाश मिली थी। पहचान बंगाली कॉलोनी, नानकमत्ता निवासी पूजा मंडल (32) के रूप में हुई, जो पिछले पांच महीनों से लापता थी। उसकी गुमशुदगी गुरुग्राम सेक्टर-5 थाने में दर्ज थी।
हरियाणा पुलिस ने जांच के दौरान सितारगंज निवासी टैक्सी चालक मुश्ताक को गिरफ्तार किया, जो पूजा का प्रेमी था। दोनों के बीच वर्ष 2022 से प्रेम संबंध थे। लेकिन नवंबर 2024 में मुश्ताक ने पूजा को धोखा देते हुए दूसरी युवती से निकाह कर लिया। इसका विरोध करने पर उसने पूजा की बेरहमी से हत्या कर दी।
कैसे हुई हत्या:
मुश्ताक ने पूजा को नदन्ना नहर के पास ले जाकर चाकू से उसका गला रेत दिया और सिर काटकर अलग कर दिया। बाद में शव को फेंक दिया गया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर पूजा का मोबाइल बरामद किया, लेकिन अभी तक सिर की बरामदगी नहीं हो सकी है।
हत्यारोपी मुश्ताक इस वक्त हरियाणा की जेल में बंद है। मामले में प्रयुक्त चाकू उसकी बहन फूलबानो के घर से बरामद किया गया, लेकिन घर पर कोई भी मौजूद नहीं था।
पुलिस की सख्ती जारी:
पुलिस और प्रशासन ने यह कार्रवाई गैरकानूनी कब्जों पर सख्ती और हत्या के आरोप में न्याय दिलाने के उद्देश्य से की है। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों और मददगारों की तलाश जारी है।