उत्तराखंड में सीएम धामी ने जब से सभी जिलों के अधिकारियों को दफ्तरों से भी बाहर निकलकर अपने कामकाज को देखने और धरातल पर जो चीजें सही नहीं हैं, उन्हें ठीक करने के निर्देश दिए हैं, तब से सभी जिलाधिकारी और तमाम अधिकारी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं. इसी कड़ी में हरिद्वार में एसडीएम ने छापेमारी कर टैंकर से तेल चोरी का खुलासा किया है.
दरअसल, देहरादून और हरिद्वार में तेल में मिलावट के साथ घटतौली की शिकायत मिल रही थी. इसी कड़ी में आज यानी 21 अक्टूबर को हरिद्वार उप जिलाधिकारी मनीष सिंह को मुखबिर से चिड़ियापुर क्षेत्र में घटतौली की एक सूचना मिली. जिसके बाद एसडीएम यानी उप जिलाधिकारी मनीष सिंह बिना किसी को बताए तत्काल मौके पर पहुंचे.
जहां उन्होंने पाया कि जंगल के किनारे बीपीसीएल यानी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के दो टैंकर खड़े हैं, जिनसे तेल चोरी को अंजाम दिया जा रहा है. इसके अलावा मौके पर वो सभी साजो सामान भी बरामद हुए. जिनकी मदद से तेल चोरी के काम को लंबे समय से किया जा रहा था. वहीं, एसडीएम के छापेमारी से घटतौली करने वालों के होश फाख्ता हो गए. मौके पर कुछ लोग भी पकड़े गए हैं.
एसडीएम मनीष सिंह ने बताया कि मौके पर 6 बाइक और तेल चोरी करने में इस्तेमाल उपकरण समेत ड्रम आदि बरामद हुए हैं. ऐसा लग रहा है कि पूरा गिरोह तेल चोरी का काम करता है. रोजाना यहां पहुंचकर तेल की चोरी की जाती थी. जिसके बाद वो अपने-अपने गंतव्यों की ओर निकल जाते थे. फिर चोरी के तेल बेचा जाता था.
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से भारतीय पेट्रोलियम को सूचना दी गई है. इसके साथ ही पुलिस के बड़े अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है. वहीं, जब एसडीएम मनीष सिंह ने आरोपियों से चोरी का तरीका पूछा तो उन्होंने बाकायदा मौके पर ही पूरा सीन रीक्रिएट किया. उन्होंने किस तरह से तेल में मिलावट की जाती है और टैंकरों से तेल कैसे निकाला जाता था? इसे भी पूरा बताया.
प्रशासन को ये भी शक है कि इस पूरे काम को एक गिरोह अंजाम दे रहा है. इसमें न केवल तेल चोरी करने वाले लोग बल्कि, जंगलों से लकड़ी और खनिज चोरी करने वाले भी शामिल हो सकते हैं. फिलहाल, इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.