नानकमत्ता में वनकर्मियों पर हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने पांचवें अभियुक्त को फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार रात मुठभेड़ में घायल अभियुक्त को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। अभियुक्त ने वनकर्मियों पर फायर झोंके थे। अब पुलिस को मामले में तस्करों से लकड़ी लेने के लिए अमरोहा से वाहन लेकर आए दो अभियुक्तों की तलाश है।
बीते 15 अक्तूबर की रात एक बजे नानकमत्ता के ग्राम कैथुलिया में जंगल से चोरी की गई लकड़ी पकड़ने गए वनकर्मियों पर तस्करों ने फायरिंग कर दी थी। इसमें पैर पर गोली लगने से वनकर्मी घायल हो गया था। पुलिस ने मुख्य अभियुक्त अमरीक सिंह, उसके बेटे चरनजीत सिंह के अलावा बलजीत सिंह को गिरफ्तार किया था। जसवीर उर्फ जसपाल और चरनजीत सिंह निवासी ग्राम टुकड़ी नानकमत्ता फरार चल रहे थे।
रविवार को एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि बीते शनिवार रात शक्तिफार्म रोड पर बाइक पर भाग रहे जसपाल सिंह के लिए पुलिस टीम ने बरा क्षेत्र में घेराबंदी थी थी। खुद को घिरा देखकर बदमाश पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए बाइक छोड़कर शहदौरा के जंगल में भागा था।
पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लग गई। उसके पास से तमंचा, कारतूस और खोखे बरामद हुए। घटना करने के बाद से ही वह अपने ठिकाने बदलकर पुलिस से बच रहा था घटना के बाद उसने अपने परिवार को दिल्ली में एक रिश्तेदार के घर रखा था। वहां से नानकमत्ता लौटने के बाद वह पंजाब भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस के अनुसार जसपाल ही मुख्य अभियुक्त है। उसने ही वनकर्मियों पर फायरिंग की थी।
एसएसपी मणिकांत मिश्र ने बताया कि रविवार सुबह पुलिस ने फायरिंग प्रकरण के पांचवें आरोपी चरनजीत सिंह उर्फ चन्नी को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है।