उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ। हरिद्वार-भेल मार्ग पर भगत सिंह चौक के पास अचानक एक बड़ा पेड़ गिर गया, जिसकी चपेट में स्कूटी सवार दो बहनें आ गईं। हादसे में एक बहन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी गंभीर रूप से घायल हो गई।
यह घटना भगत सिंह चौक पर गांधी पार्क के पास हुई, जहां स्कूटी पर सवार दो बहनें गुजर रही थीं। अचानक एक भारी-भरकम पेड़ उन पर आ गिरा, जिससे बड़ा हादसा हो गया।
मृतका की पहचान आंचल के रूप में हुई है, जबकि सोनिया गंभीर रूप से घायल हैं। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने आंचल को मृत घोषित कर दिया, जबकि सोनिया की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
डॉ. राजेश गुप्ता, सीएमएस, हरिद्वार मेला अस्पताल:-
“दोनों बहनों को अस्पताल लाया गया था, लेकिन आंचल की पहले ही मौत हो चुकी थी। सोनिया की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे हायर सेंटर भेज दिया गया है।”
घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पेड़ को हटाने का काम शुरू किया।
कमल मोहन सिंह भंडारी, एसएचओ, रानीपुर कोतवाली:
“पेड़ को हटाने का काम जारी है। पुलिस की टीम अस्पताल में मौजूद है और मामले की जांच की जा रही है।”
हरिद्वार अग्निशमन विभाग के फ्रंट लीड ऑफिसर नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि उन्हें शाम 4:50 बजे इस हादसे की सूचना मिली थी। टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया।
नरेंद्र सिंह तोमर, फ्रंट लीड ऑफिसर, अग्निशमन विभाग:
“पेड़ बहुत पुराना था और संभवतः इसी वजह से गिर गया, क्योंकि आज कोई आंधी-तूफान नहीं आया था।”
बिना आंधी-तूफान के इस तरह पेड़ गिरने से बड़ा सवाल खड़ा होता है—क्या प्रशासन को शहर में कमजोर और पुराने पेड़ों की निगरानी नहीं करनी चाहिए? अगर समय रहते ऐसे पेड़ों को हटाया जाए, तो इस तरह के हादसों से बचा जा सकता है। आपकी क्या राय है? हमें जरूर बताएं। बने रहिए हमारे साथ, आगे और भी खबरें।