
देव होम्स बगवाड़ा निवासी आरती सिंह ने अपने पति आकाश सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने एसएसपी को पत्र सौंपकर पति द्वारा बिना विवाह विच्छेद किए दूसरी शादी करने और कागजातों में दूसरी पत्नी व बच्चों का नाम शामिल करने की शिकायत की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।





आरती सिंह के अनुसार, उनका विवाह 16 मई 1997 को यूपी के शाहजहांपुर जिले के ग्राम पिलुवा निवासी आकाश सिंह से हुआ था। वर्तमान में आकाश सिंह सिंचाई विभाग रानीखेत में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पद पर कार्यरत हैं। शादी के दो माह बाद ही आकाश को हल्द्वानी में नौकरी मिल गई, जिसके बाद आरती पर दहेज को लेकर अत्याचार शुरू हो गए। इसी दौरान उनके दो बच्चे हुए।
आरती का आरोप है कि एक बार मायके में बहन की शादी में दहेज दिए जाने पर आकाश ने भी उतना ही दहेज लाने का दबाव बनाया और संपर्क तोड़ दिया। बाद में आरती अपने ससुराल पहुंची तो वहां भी उसे घर में घुसने नहीं दिया गया।
आरती ने न्याय के लिए सीतापुर कोर्ट में वाद दाखिल किया, जिसमें समझौता हुआ कि वह पति के सरकारी आवास में रहेगी और पति उसे हर महीने 3000 रुपये और वेतन के 25 फीसदी के हिसाब से भरण पोषण देगा। लेकिन कुछ समय बाद पति ने खर्चा देना बंद कर दिया, जिससे बेटे की पढ़ाई भी रुक गई।
अब आरती का आरोप है कि पति ने न सिर्फ दूसरी शादी कर ली है, बल्कि सरकारी कागजों में भी दूसरी पत्नी और बच्चों का नाम शामिल कर लिया है। आरती ने मामले की निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।