
उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है… जहां रुद्रपुर में करोड़ों की साइबर ठगी का मामला उजागर हुआ है। ऑनलाइन गेमिंग के बहाने लोगों को ठगने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अभी फरार हैं। एसएसपी मणिकांत मिश्रा की अगुवाई में हुई इस बड़ी कार्रवाई से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।





ऊधम सिंह नगर की शांत फिजाओं को चीरते हुए सामने आया है करोड़ों की साइबर ठगी का ये चौंकाने वाला मामला। सब कुछ शुरू हुआ एक आम से लगने वाले बैंक फ्रॉड की शिकायत से…
रुद्रपुर की शांति कॉलोनी निवासी हरबंस लाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 19 मई को उनके बैंक खाते से ₹50,000 निकाल लिए गए। मामला दर्ज हुआ FIR नंबर 254/2025 के तहत, और फिर शुरू हुई एक तेज़तर्रार जांच।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल और सर्विलांस टीमों को लगाया काम पर। हाई-टेक जांच और लगातार निगरानी के बाद पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी। 30 मई की सुबह – रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र में जाल बिछाकर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया: मनोज सैनी, 39 वर्ष, निवासी काशीपुर, अजय सैनी, 22 वर्ष, निवासी काशीपुर
पूछताछ में हुआ खुलासा – दोनों आरोपी “ऑनलाइन गेमिंग” के बहाने लोगों को अमीर बनने का लालच देकर उनके बैंक डिटेल्स लेते थे, और फिर एक के बाद एक लाखों-करोड़ों की ठगी को अंजाम देते थे।
इनका नेटवर्क केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं था।
पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, असम और पश्चिम बंगाल सहित 15 राज्यों में सक्रिय था। करोड़ों के साइबर फ्रॉड का प्रमुख लिंक बनकर सामने आया है।
फिलहाल पुलिस की नजर अब गिरोह के दो फरार सदस्यों – पुष्पेन्द्र और सतपाल (दोनों मुरादाबाद निवासी) पर है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने साफ किया है कि जिले में किसी भी साइबर अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों के बीच रुद्रपुर पुलिस की ये कार्रवाई बाकी जिलों के लिए एक मिसाल बन गई है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस फरार आरोपियों को कब तक सलाखों के पीछे पहुंचाती है। फिलहाल एक बड़ी राहत की खबर है कि ठगों के इस जाल को तोड़ने की दिशा में पुलिस ने एक बड़ी जीत हासिल की है।