
राजधानी जयपुर के सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। सोमवार देर रात ज्वैलरी जोन स्थित एक फैक्ट्री के सेफ्टी टैंक में जहरीली गैस के रिसाव से चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य मजदूरों को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।





यह हादसा सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में उस समय हुआ जब फैक्ट्री के दस फीट गहरे सेफ्टी टैंक में दो मजदूर मिट्टी निकालने के लिए नीचे उतरे थे। जब वे काफी देर तक बाहर नहीं निकले, तो उन्हें बचाने के लिए एक-एक कर छह और मजदूर भी टैंक में उतर गए। इस दौरान सभी मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आ गए।
चाकसू एसीपी सुरेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि इस हादसे में उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर निवासी संजीव पाल, हिमांशु सिंह, रोहित पाल और सुल्तानपुर निवासी अर्पित यादव की मौत हो गई है। वहीं अमित चौहान और राजपाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमित पाल और सूरज पाल को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि ये सभी मजदूर एक ही परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों के मुताबिक, रात को सबसे पहले अमित और रोहित टैंक में उतरे थे। दोनों करीब 15 मिनट बाद बेहोश हो गए। इसके बाद एक के बाद एक छह मजदूर और नीचे उतरे और बेहोश हो गए। जैसे ही हादसे की जानकारी फैक्ट्री के अन्य कर्मचारियों और गार्ड को लगी, उन्होंने तत्काल रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
घटना की सूचना मिलते ही सांगानेर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल मृतकों के शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
यह हादसा फैक्ट्रियों में सेफ्टी मानकों की अनदेखी और लापरवाही की एक और दर्दनाक मिसाल बनकर सामने आया है। प्रशासन की ओर से जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है — क्या मजदूरों की सुरक्षा अब भी प्राथमिकता नहीं है?