
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोमवार को किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के आवास पर पत्रकार वार्ता के दौरान सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने समान नागरिक संहिता (UCC) के तहत लिव-इन रिलेशनशिप को कानूनी संरक्षण देकर समाज पर गलत प्रभाव डालने का काम किया है।





उन्होंने प्रदेश में भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई और कहा कि सरकार ने नदियों में खनन का ठेका दक्षिण भारत की एक कंपनी को दिया है और जांच का अधिकार भी उसी को सौंप दिया गया है। इससे साफ है कि सरकार में बैठे कुछ राजनेता इससे लाभ उठा रहे हैं, जबकि आम जनता परेशान हो रही है।
भू-कानून पर सरकार को घेरा
गोदियाल ने कहा कि सरकार ने मजबूत भू-कानून बनाने का वादा किया था, लेकिन 2018 के भू-कानून को निरस्त कर सिर्फ कुछ प्रावधान जोड़ दिए गए हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार यह बताए कि पुराने भू-कानून को खत्म करने से कितना नुकसान हुआ और उसकी भरपाई के लिए नए कानून में क्या प्रावधान किए गए हैं।
डेमोग्राफी बदलने के आरोप पर सवाल
गोदियाल ने प्रदेश की जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) में बदलाव की बात को लेकर सरकार से सवाल किया कि जब 11 वर्षों से केंद्र में और 8 वर्षों से राज्य में भाजपा की सरकार है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि सरकार विधानसभा में सवालों से बच रही है, लेकिन कांग्रेस जनता के बीच जाकर इन मुद्दों को उठाएगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति या सामाजिक तबके के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग अस्वीकार्य है।
इस मौके पर किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, डॉ. अजय सिंह, संजय जुनेजा, मोहन खेड़ा, मोनिका ढाली सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।