*पूर्व सांसद ने की कंगना पर अभद्र टिप्पणी, बोले:- “कंगना रनौत को रेप का बड़ा तजुर्बा है, उनसे पूछ सकते हैं कि कैसे होता है Rape”*

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हिमाचल प्रदेश की मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने बीते दिनों किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था, कगंना रनौत ने एक इंटरव्यू में कहा कि किसान आंदोलन के समय लाशे लटकी थी, रेप हो रहे थे. अगर उस समय हमारी सरकार सशक्त नहीं होती तो यहां भी बांग्लादेश जैसे हालात होता. जिस पर खूब हंगामा मचा. वहीं, अब पंजाब के पूर्व सांसद और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के नेता सिमरनजीत सिंह मान ने कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणी की है.

 

हरियाणा दौरे पर करनाल पहुंचे शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान से पत्रकारों ने किसान आंदोलन को लेकर कंगना रनौत के बयान पर सवाल किया. इस दौरान उन्होंने मंडी सांसद कंगना रनौत पर बड़ी ही अभद्र टिप्पणी की. सिमरनजीत सिंह मान ने कहा, “मैं कहना तो नहीं चाहता, लेकिन कंगना रनौत को रेप का बड़ा तजुर्बा है. उनसे आप पूछ सकते हैं कि कैसे रेप होता है. ताकि लोगों को समझाया जाए कि रेप कैसे होता है. जैसे लोग साइकिल चलाते हैं तो उन्हें साइकिल चलाने का तजुर्बा होता है, वैसे ही कंगना रनौत को रेप का तजुर्बा है.

 

कंगना ने कहा मुझे मिल रही रेप की धमकी

 

सिमरनजीत सिंह मान के बयान पर कंगना रनौत ने एक एजेंसी से बात करते हुए कहा कि “मुझे रेप की धमकियां मिल रही हैं. वो कह रहे हैं कि कंगना को पता है कि रेप क्या होता है. एक तरह से वो मुझे रेप की धमकियां दे रहे हैं. इस तरह से वो मेरी आवाज नहीं दबा सकते”

 

कंगना रनौत ने अपने X हैंडल पर सिमरनजीत सिंह मान के बयान पर लिखा कि “ऐसा लगता है कि यह देश बलात्कार को महत्वहीन बनाना कभी बंद नहीं करेगा, आज इस वरिष्ठ नेता ने बलात्कार की तुलना साइकिल चलाने से की है, इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मजे के लिए महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा, इस पितृसत्तात्मक राष्ट्र की मानसिकता में इतनी गहरी जड़ें जमा चुकी है कि इसका इस्तेमाल महिलाओं को चिढ़ाने या उनका मजाक उड़ाने के लिए किया जाता है, भले ही वह एक हाई प्रोफाइल फिल्म निर्माता या नेता क्यों न हो.”

 

गौरतलब है कि बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने बीते दिनों एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन की बांग्लादेश हिसां से तुलना करते हुए विवादित बयान दिया था. कंगना रनौत ने कहा, “जैसा बांग्लादेश में हुआ, वैसा यहां भी (भारत) में भी होते देर नहीं लगती, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व अगर इतना सशक्त नहीं होता. यहां पर जो किसान आंदोलन हुए, वहां पर लाशे लटकी थी, वहां पर रेप हो रही थी और जब किसानों की हितकारी बिल को वापस लिए गये थे, तब पूरा देश चौक गया था. वो किसान आज भी वहां बैठे हुए हैं. उन्होंने कभी सोचा ही नहीं कि बिल वापस होगा. ये बड़ी लंबी प्लानिंग थी, जैसे बांग्लादेश में हुआ. इस तरह की षड्यंत्र के पीछे चीन और अमेरिका जैसी विदेशी ताकतें हैं, जो यहां काम कर रही है.

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