रुद्रपुर में कांग्रेस नेता और पूर्व दर्जा राज्य मंत्री अरुण कुमार शुक्ला उर्फ किन्नू शुक्ला को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। शुक्ला ने प्रेस वार्ता कर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
रुद्रपुर। कांग्रेस नेता और पूर्व दर्जा राज्य मंत्री अरुण कुमार शुक्ला उर्फ किन्नू शुक्ला ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 18 अगस्त को वह अपनी गौशाला में सेवा कर रहे थे, तभी एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पत्र तत्काल कोतवाली पुलिस को सौंपा गया और जब कॉल डिटेल निकाली गई तो धमकी देने वाला व्यक्ति कौशलगंज का ग्राम प्रधान निकला।
किन्नू शुक्ला ने आरोप लगाया कि इस मामले में जब वह रुद्रपुर कोतवाल से मिले तो कोतवाल ने गंभीरता से सुनने के बजाय बगवाड़ा चौकी जाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पुलिस की ढिलाई दरऊ हत्याकांड जैसी किसी नई वारदात की पुनरावृत्ति का इंतजार करती दिख रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उन्हें किसी भी तरह की हानि होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। किन्नू ने कहा कि यदि गुरुवार तक आरोपी की गिरफ्तारी और पर्दाफाश नहीं किया गया, तो कांग्रेस कार्यकर्ता नगर पालिका अध्यक्ष दर्शन कोली और गुड्डू तिवारी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन करेंगे। मौके पर कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।