खटीमा तहसील परिसर उस समय अफरा-तफरी का केंद्र बन गया जब एक पूर्व बीएसएफ जवान ने खुद को आग के हवाले कर दिया। यह सनसनीखेज घटना मंगलवार शाम करीब 6 बजे की है, जब 66 वर्षीय नारायण सिंह मुंडेला पुत्र स्व. बिशन सिंह मुंडेला, निवासी दियूरी दरियानाथ, स्कूटी से तहसील परिसर पहुंचे और डिग्गी में रखी ज्वलनशील पदार्थ की बोतल से खुद पर आग लगा ली।
मौके पर मौजूद अरायज नवीसों और कर्मचारियों ने कंबल, रेत और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, जिससे किसी तरह उनकी जान बच सकी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और 108 एंबुलेंस सेवा मौके पर पहुंची और घायल को तत्काल उप जिला चिकित्सालय खटीमा पहुंचाया गया।
चिकित्सकों के अनुसार, नारायण सिंह का 60 प्रतिशत से अधिक ऊपरी शरीर झुलस गया है, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि घायल नारायण सिंह पूर्व बीएसएफ जवान हैं और उन्होंने यह आत्मघाती कदम पारिवारिक भूमि विवाद को लेकर उठाया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह लगभग 46 बीघा जमीन के बंटवारे की मांग कर रहे थे।
मंगलवार दोपहर उन्होंने अपने क्षेत्र के हल्का पटवारी से मुलाकात की थी और तहसीलदार के नाम प्रार्थना पत्र भी दिलवाया था। पटवारी ने उन्हें बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही बंटवारा संभव है। इसके बाद वह चले गए और शाम को यह हृदयविदारक घटना सामने आई।
एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट, जो घटना के बाद चिकित्सालय पहुंचे, ने बताया कि घायल इस समय बयान देने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जमीन विवाद की पूरी पड़ताल की जाएगी।