बिजली माफी की मांग को लेकर किसानों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. रविवार को हरिद्वार में भागीरथी बिंदु पर आयोजित भारतीय किसान यूनियन के किसान क्रांति दल के किसानों एक दिवसीय चिंतन शिविर में 14 सूत्रीय एजेंडे पर मुहर लगी. यहां पहुंचे किसानों ने एक स्वर में कहा उत्तराखंड सरकार किसानों को बिजली मुफ्त दें, क्योंकि उत्तराखंड ऊर्जा प्रदेश है. यहां बड़े पैमाने पर बिजली उत्पादन होता है।
किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा बीते लोकसभा चुनावों में किसानों की नाराजगी भाजपा को उठानी पड़ी है. लिहाजा उत्तराखंड सरकार को किसानों को फौरी तौर पर राहत प्रदान करनी चाहिए. किसानों ने गन्ना किसानों के लिए 800₹ प्रति कुंतल रेट निर्धारित करने और पूरे राज्य के किसानों के लिए एक समान योजना बनाने की भी वकालत की।
किसानों ने राज्य सरकार को साफ चेतवानी दी है कि अगर इनकी मांगें न मानी गईं तो आगामी चुनावों में किसान इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे. यहां पहुंचे किसानों ने भागीरथी बिंदु के लिए विकास के लिए 2 करोड़ रुपए राज्य सरकार से देने की मांग उठाई. उन्होंने कहा इस बार बीजेपी ने किसानों का विरोध देख ही लिया है, किस तरह मुश्किल से इस बार बीजेपी ने सरकार बनाई है, अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले राज्यों के चुनावों में भी किसान लगातार विरोध करेंगे।