किसान आंदोलन जारी है. इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर ने रविवार (3 मार्च. 2024) को कहा कि हमारा दिल्ली चलो मार्च टला नहीं है. मांगें नहीं माने जाने तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ”मैं साफ कर देना चाहता हूं कि दिल्ली जाने का कार्य़क्रम टला नहीं है. हम इससे पीछे नहीं हटे हैं. केंद्र सरकार को घुटने के बल लाने के लिए हमने रणनीति तय की है. हम जिन सीमाओं पर बैठे हुए हैं, वहां संख्या बढाएंगे. दूसरे बॉर्डर पर भी किसानों को लाने का प्रयास करेंगे.’
डल्लेवाल ने आगे कहा कि हमने तय किया है कि 6 मार्च को पूरे देश से हमारे लोग रेल, बस और हवाई मार्ग से (दिल्ली) आएंगे. हमारा 10 मार्च को 12 से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन होगा. हम लोग अपील करते हैं कि इसमें ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हो।
सरवन सिंह पंढेर क्या बोले?
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने भी डल्लेवाल की बात दोहराते हुए कहा कि खनौरी और शंभू सीमाओं पर बैठे किसान अपना आंदोलन चलाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने अजय मिश्रा टेनी को टिकट देकर किसानो का अपमान किया है।
किसानों करेंगे महापंचायत
किसान 14 मार्च को ‘किसान महापंचायत’ भी करेंगे. इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि इसमें 400 से अधिक किसान संघ भाग लेंगे. एसकेएम ने उसने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) को एक प्रस्ताव भेजा एकता की अपील की है।
किसानों की क्या मांग है?
फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों व कृषि मजदूरों के लिए पेंशन और कृषि ऋण माफ करने सहित आंदोलनकारी किसानों की कई मांगें हैं।